मुज़फ़्फ़रपुर जिले की विशेष पुलिस टीम ने रविवार रात कई जगहों पर छापेमारी कर जाली नोटों की तस्करी करने वाले आधा दर्जन शातिरों को दबोच लिया। उनके पास से करीब नौ लाख भारतीय रुपए के जाली नोट बरामद हुए हैं। इसके अलावा नेपाली करेंसी भी जब्त की गई है। इसकी संख्या भी लाखों में बताई गई है। उक्त कार्रवाई जिले के मोतीपुर और सीतामढ़ी के मेजरगंज में की गयी है। SSP जयंतकांत ने इसकी पुष्टि की है। साथ ही बताया कि अभी कार्रवाई जारी है। पूरी होने के बाद विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
SSP को गुप्त सूचना मिली थी कि जाली नोटों की तस्करी करने वाले तस्कर इसकी हेराफेरी में लगे हुए हैं। इसी आधार पर उन्होंने एक विशेष टीम का गठन कर कार्रवाई का निर्देश दिया। मोतीपुर में छापेमारी कर टीम ने एक स्कार्पियो को पकड़ा। इसकी तलाशी लेने पर जाली नोट बरामद हुए। मौके से तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया। इनसे सख्ती से पूछताछ की गई तो इन्होंने अपने साथियों के ठिकाने की जानकारी दी। इसी आधार पर विशेष टीम ने सीतामढ़ी पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर अन्य तस्करों को दबोच लिया।
अंतरराष्ट्रीय तस्करों की संलिप्तता
पुलिस सूत्रों की मानें तो इसमे अंतर्राष्ट्रीय तस्करों की संलिप्तता सामने आ रही है। कहा जा रहा है इसका तार नेपाल से जुड़ रहा है। वहीं से जाली नोट की खेप यहां पहुंचाई गई है। फिलहाल जब्त किए गए नोटों की गिनती जारी है। मोतिहारी में भी नकली नोट छापने की बात पता लगी है। वहां भी कार्रवाई की जा रही है। जब्त नोटों में एक सौ के जाली नोट की संख्या अधिक है।
कहीं चुनाव को प्रभावित करने की साजिश तो नहीं
उक्त नोट क्यों जिले में पहुंचाई गई है। इस बिंदु पर तस्करों से पूछताछ की जा रही है। आशंका है कि आगामी पंचायत चुनाव को प्रभावित करने के लिए ये जाली नोट मंगवाई गयी थी। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की गयी है। पुलिस का कहना है कि कार्रवाई पूरी होने के बाद ही खुलासा किया जाएगा। इसके अलावा शराब के धंधे में इसके इस्तेमाल की बात भी सामने आ रही है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.