बिहार के नए कानून मंत्री पर उठे सवाल पर कांग्रेस के युवा नेता कन्हैया कुमार उनके पक्ष में उतर गए हैं। उन्होंने कहा, 'जिस चलनी में पचहत्तर छेद है, वह दूसरे को छेद दिखा रहा है। देश के गृह मंत्री तड़ीपार थे। बेईमानी से पार्सल का पैकेट भेज रहे थे। ये मुद्दे से भटकाने की बात है।' वे कार्तिकेय सिंह से जुड़े भाजपा नेताओं के बयान पर दिल्ली में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में बोल रहे थे।
कन्हैया ने कहा, 'नीतीश कुमार एक कार्रवाई से कई का कैरियर सेट कर देते हैं। सुशील मोदी को डिप्टी सीएम के पद से कौन हटा दिया? राजनीति में कौन हैं, जिस पर मुकदमा नहीं होता। कानून की बात कर रहे हैं तो कानून की भाषा में बात कीजिए। जब तक न्यायालय ने अपराध साबित नहीं कर दिया है, कोई अपराधी नहीं है। बिहार में रोजगार के सवाल होने चाहिए। कोई नया मुकदमा हुआ है क्या? डायवर्जन पॉलिटिक्स में फंसने की जरूरत हमें नहीं है। कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो भाजपा के साथ नहीं हुई है।'
रोजगार दें, महंगाई का सवाल उठाएं, संस्थाओं को बचाएं
कन्हैया कुमार ने कहा कि पहली प्राथमिकता तय करनी होगी कि रोजगार दें, महंगाई का सवाल उठाए, संस्थाओं को बचाएं। सरकार के गठन से कुछ नहीं होगा। हमारी जिम्मेवारी है कि जो घोषणाएं हमने चुनाव के समय की है, उसे पूरा करना होगा। पेट्रोल पंप पर जब मीटर चलता है तो धड़कन भी बढ़ जाती है। पेट्रोल ऊपर और रुपया नीचे जा रहा है। परमानेंट नौकरी खत्म हो रही है। पीएम पांच साल के लिए होते हैं और कह रहे हैं कि 50 साल तक के लिए हैं।
पीएम पद के उम्मीदवार हमारे राहुल गांधी- मदन मोहन झा
वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि पीएम पद के हमारे उम्मीदवार राहुल गांधी हैं। देश में डरा धमका कर सरकार बनाने का काम हुआ। बिहार में जो हुआ वह देश को बचाने के लिए निर्भीक कदम है। बिहार से जो काम शुरू होता है वह काफी आगे तक जाता है। सीबीआई, ईडी से बिहारी डरनेवाले नहीं हैं। नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में हम कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। कार्तिक सिंह से जुडे़ मामले पर कहा कि कोर्ट से एक सितंबर तक पेश होने को कहा गया है।
बिहार से मिली इतनी बड़ी सीख भाजपा के लिए कुछ नहीं हो सकती- भक्त चरण दास
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि आजादी और तिरंगा के सम्मान करने की बात करने वाले आजादी का मोल नहीं समझते। नहीं तो कांग्रेस को भी समझे होते। सर्वोच्च न्यायालय, रिजर्व बैंक, संसद की गरिमा खत्म की जा रही। भाजपा ने लोकतंत्र को मजाक बना दिया है। डेमोक्रेसी में हमारी बुराई को उजाकर करने का अधिकार है लेकिन फिजिकल शक्ति मिटाने में सरकार की संस्थाओं को कमजोर कर दिया। ऐसे में बिहार ने लोकतंत्र बचाने का संदेश दिया। बिहार में फासिस्टवादी ताकत के खिलाफ सभी ताकत एक हो गए और लोकतंत्र की सुरक्षा को लेकर निर्देश दिया जिसमें भाजपा को बाहर कर दिया गया। इससे बड़ी सीख भाजपा के लिए कुछ नहीं हो सकती।
बता दें बिहार में कैबिनेट विस्तार के बाद बने नए कानून मंत्री कार्तिक कुमार विवादों में घिर गए हैं। जिस दिन उन्हें एक अपहरण केस में कोर्ट में सरेंडर करना था, उसी दिन राजभवन पहुंच कर मंत्री पद की शपथ ले ली। इतना ही नहीं, कार्तिक कोर्ट की नजर में 8 साल से फरार हैं। मामला साल 2014 का है। पटना के बिहटा थाने में राजीव रंजन का 2014 में अपहरण हुआ था। इस मामले में कार्तिक कुमार पर अपहरण का केस दर्ज हुआ था। बिहटा थाने में उनके साथ 17 अन्य लोग भी आरोपित हैं, जिनमें पूर्व विधायक अनंत सिंह और बंटू सिंह भी शामिल हैं।
भाकपा-माले ने की पुनर्विचार करने की मांग
वहीं भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से अपहरण के एक मामले में नवनियुक्त विधि मंत्री कार्तिकेय सिंह को लेकर जारी विवाद के मद्देनजर उनके मंत्री पद पर पुनर्विचार करने की मांग की है। कहा है कि ऐसे लोगों के मंत्री पद पर रहने से सरकार की छवि धूमिल होती है। उक्त आशय का पत्र मुख्य मंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा इस मसले पर भाजपा को कुछ भी बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है।
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