पटना पशु एवं चिकित्सा महाविद्यालय के पीजी छात्र पिछले पांच दिनों से हड़ताल पर हैं। वे वेटनरी कॉलेज के कैंपस में ही धरना पर बैठे हैं और नारेबाजी भी कर रहे हैं। शुक्रवार को कैंपस में सब्जी बेचते भी दिखे। दो मांग है, पीजी फेलोशिप और इंटर्नशिप को बढ़ाया जाए। पीजी फेलोशिप 1800 रुपए मासिक है जबकि दूसरे डॉक्टरों का फर्स्ट ईयर का 65 हजार और सेकेंड ईयर का 70 हजार और थर्ड ईयर में 82 हजार है। वेटनरी डॉक्टरों की पीजी फेलोशिप और इंटर्नशिप सामान्य डॉक्टरों के बराबर की जाए।
आश्वासन दिया गया पर कार्यवाही नहीं हुई
भास्कर से बात करते हुए धरना पर पांच दिनों से बैठे वेटनरी डॉक्टरों ने बताया कि दिसंबर में हमने जब हड़ताल की थी तब हमें तत्कालीन मंत्री मुकेश सहनी ने आश्वासन दिया था कि 10 से 15 दिन में कार्यवाही होगी और राशि बढ़ायी जाए। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसलिए हमलोग लाचार होकर फिर से धरना पर हैं। कहा कि अनिश्चितकालीन धरना के बावजूद सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो भूख हड़ताल भी करेंगे।
प्रशासन ने गर्दनीबाग धरना स्थल पर जाकर धरना देने को कहा
बता दें कि वेटनरी कॉलेज व अस्पताल में आपातकालीन सेवाएं खुली हुई हैं और पशुओं का इलाज OPD में हो रहा है। गुरुवार की शाम विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से एक नोटिस छात्रों को दी गई है जिसमें छात्रों के इस धरना को असंवैधानिक करार देते हुए धरना को समाप्त करने को कहा गया। जिला प्रशासन की ओर से आए प्रशासनिक अधिकारी ने धरना देने वालों से गर्दनीबाग धरना स्थल पर जाकर धरना देने को कहा है। धरनार्थियों ने कहा है कि वाजिब हक की मांग करना हमारा मौलिक अधिकार है।
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