बालू लदे वाहनों के कारण आरा-छपरा फोरलेन के दोनों लेन जाम रह रहा है। छोटे वाहन, यात्री बस और वाहन कई घंटे जाम में फंस रहे हैं। लग्न के कारण फोरलेन पर वाहनों की संख्या भी अधिक बढ़ गई है। इसलिए यह समस्या बढ़ गई है। लेकिन जाम से निपटने के लिये कोई फुलप्रूफ कदम नही उठाये जा रहे हैं। आरा-छपरा फोरलेन सड़क पर आने-जाने के लिये एक-एक लेन बनाये गए हैं। उक्त हाइवे पर मनभावन चेक पोस्ट, कोईलवर से लेकर डोरीगंज (सारण) तक हजारों बालू लोड ट्रकें और ट्रैक्टर खड़ी रह रही हैं। जिस कारण कार, ऑटो, बाइक व यात्री वाहन कई घंटा तक जाम में फंसे रहे या किसी दूसरे लिंक रास्ते से आते-जाते देखे गए।
सबसे ज्यादा परेशानी एम्बुलेंस व स्कूली वाहनों को हो रही है। जाम के कारण स्कूल बस से जाने वाले बच्चे जाम में फंस ने से दोपहर के बजाय शाम तक लौट रहे हैं। जिस कारण बच्चों के अभिभावक परेशान हो जा रहे हैं। इधर रोज-रोज लगने वाले जाम के कारण पुलिस की गश्ती वाहन भी बेबस दिख रही है। आरा-छपरा हाइवे पर जाम का असर बक्सर- कोईलवर- पटना फोरलेन पर भी पड़ रहा है। वाहनों का चक्का तस से मस नहीं होने के कारण मनभावन चेकपोस्ट से सकड्डी तक एक लेन में बालू लदे वाहनों का रेला लगा रहता है।
जब सारण में बालू लदे वाहनों पर होती है कार्रवाई, तब खड़ी हो जाती है गाडि़यां
जाम का कारण जानने के लिए आरा-छपरा हाइवे पर खड़ी बालू लदे कई ट्रक चालकों से पूछने पर जानकारी मिली कि सारण जिला में ओवरलोड बालू को लेकर खनन विभाग, डीटीओ द्वारा कार्रवाई चल रही है। जिस कारण आरा-छपरा हाइवे पर बालू ओवरलोड ट्रक खड़ी करने को विवश हैं। जिससे पन्द्रह किलोमीटर तक सिर्फ बालू लदे वाहन खड़े हैं। जिससे दूसरे छोटे वाहन, ऑटो का उक्त सड़क से आने जाने में काफी परेशानी हो रही है।
दोपहर तीन बजे से सक्रिय होता है इंट्री-गिरोह
रोजाना सैकड़ों बालू ओवरलोड ट्रक पटना जिला के परेव (बिहटा) सिक्सलेन पुल के रास्ते कोईलवर होते हुए सारण जिला जाते हैं। सिक्सलेन पुल पार कराने के लिए परेव में इंट्री गिरोह दोपहर तीन बजे से काफी सक्रिय हो जाते हैं। यह सिलसिला रात तक चलता है। नो-इंट्री में बालू ओवरलोड ट्रकों को इंट्री के लिए पटना जिला के परेव में तैनात यातायात पुलिस को सेवा शुल्क मिलता है। जिसका कई बार वीडियो भी वायरल हुआ है, कार्रवाई भी हुई, लेकिन हालात जस का तब रह जाता है।
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