पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
धरना प्रदर्शन के दौरान अपराधिक कार्य में संलिप्त पाए जाने पर बिहार सरकार द्वारा सरकारी नौकरी और टेंडर नहीं देने के निर्णय के विरोध में आइसा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। राजव्यापी प्रतिरोध आह्वान पर शुक्रवार को छात्रों ने जिला सचिव अभिषेक आनंद में प्रतिरोध मार्च निकाला जो शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए कैंटीन चौक पहुंच सभा में तब्दील हो गया।
इस दौरान आंदोलनकारी नीतीश सरकार होश में आओ, तानाशाही फरमान वापस लो, छात्र आंदोलनों पर बंदिशें लगाना बन्द करो, लोकतंत्र पर हमला बन्द करो जैसे नारे लगा रहे थे। आइसा के राज्य उपाध्यक्ष वतन कुमार ने कहा कि छात्र आंदोलन और जे पी आंदोलन का वारिस होने का ढोंग रचने वाले नीतीश कुमार कैम्पसों में लोकतान्त्रिक अधिकारों को खत्म करने और छात्र आंदोलनों पर दमन करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा-जदयू की सरकार ने तानाशाही फरमान जारी किया है कि धरना प्रदर्शन के दौरान अपराधिक कार्य में संलिप्त पाए जाने पर सरकारी नौकरी व टेंडर नहीं दी जाएगी। यह पूरी तरह से गैरलोकतांत्रिक कदम है।
आइसा एक मार्च को विधानसभा का घेराव करेगी
मौके पर जिला अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि सरकार एवं उनके अधिकारियों की आलोचना और धरना प्रदर्शन करने पर नौकरी नहीं जाने का जनविरोधी कानून लाकर नीतीश सरकार बिहार को भी यूपी के तर्ज पर आरएसएस की प्रयोगशाला बनाना चाहती है। जिसे प्रदेश का छात्र-नौजवान बर्दास्त नही करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की तानाशाही फरमान के ख़िलाफ़ व शिक्षा-रोजगार की मांग को लेकर आइसा एक मार्च को विधानसभा का घेराव करेगी। मौके पर राहुल यदुवंशी, शिवम रजक, कुंदन शर्मा, पंकज कुमार, गोपल कुमार, गोलू मिश्रा, रौशन कुमार, राजा पटेल, सोनू फर्नाज, मो.अखलाख, अंकित कुमार, अंकुश कुमार मौजूद थे।
पॉजिटिव- आप प्रत्येक कार्य को उचित तथा सुचारु रूप से करने में सक्षम रहेंगे। सिर्फ कोई भी कार्य करने से पहले उसकी रूपरेखा अवश्य बना लें। आपके इन गुणों की वजह से आज आपको कोई विशेष उपलब्धि भी हासिल होगी।...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.