बच्चों को डायरिया से से बचाने के लिए आज से जिले में 15 दिवसीय सघन दस्त नियंत्रणपखवाड़ा शुरू होने जा रहा है। दस्त पखवाड़े को लेकर मंगलवार को ही सिविल सर्जन ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक करके इसकी रूपरेखा तैयार करते हुए इस अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया।साथ ही साथ इस अभियान में कोताही ना बरतने के लिए भी कर्मियों को दिशा निर्देश दिया गया है। 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को दस्त (डायरिया) जैसी बीमारी से बचाने के लिए प्रशस्त दस्त नियंत्रण पखवाड़े की शुरूआत आज से की जाएगी जो आगामी 29 जुलाई तक चलाया जाएगा। दस्त पखवाड़े के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ साथ आशा कार्यकर्ताओं, नर्स एवं सेविकाओं को दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। बता दें कि बरसात के दिनों में नौनिहालों में डायरिया बीमारी अधिक देखी जाती है। डायरिया से होने वाली नौनिहालों की मृत्यु दर मे कमी लाने के उद्देश्य से दस्त पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। गुरुवार से शुरू हो रहे दस्त नियंत्रण पखवाड़े के दौरान अपने कार्य क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता डोर टू डोर भ्रमण कर 5 वर्ष से कम बच्चों वाले घर को चिन्हित करेंगी। जिन घरों में बच्चे होंगे आशा कार्यकर्ता वैसे घरों में एक ओआरएस का पैकेट देंगी। इसके अलावा जिन घरों के बच्चे दस्त से पीड़ित होंगे वैसे घरों में ओआरएस का 2 पैकेट एवं 14 जिंक टैबलेट देंगी। साथ ही साथ आशा कार्यकर्ता ओआरएस बनाने की विधि भी बतायेंगी एवं बच्चों को दस्त होने पर ओआरएस देने की विधि और कब कब देना है वह भी बतायेंगी। यह अभियान पोलियो टीकाकरण अभियान की तर्ज पर चलाया जायेगा। इस अभियान के दौरान सासाराम सदर अस्पताल सहित अनुमंडलीय अस्पताल एवं सभी पीएचसी में ओआरएस कार्नर भी बनाये जाएंगे। 15 जुलाई से लेकर 29 जुलाई तक चलने वाले इस पखवाड़े के लिए 3 लाख से अधिक घरों को लक्षित किया गया है।
आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण
नोखा प्रखंड में 15 जुलाई से शुरू हो रहे संघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा को लेकर नोखा प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र में एएनएम आशा एवं आशा फैसिलेटर का बैठक आयोजित किया गया।जिसकी अध्यक्षता प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ0 अजय प्रताप ने किया। प्रशिक्षण के दौरान सभी को बताया गया कि 15 जुलाई से 29 जुलाई तक चलने वाले संघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा के तहत 0 से 5 वर्ष तक बच्चों वाले घरों में जाकर ओआरएस एक पाॅकेट,जिंक टेबलेट का वितरण करना है। वही जिस घर में दस्त से ग्रसित बच्चे हैं उनको दो ओआरएस के पाॅकेट एवं जिंक का वितरण करना है। यह कार्य आशा कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाना है। सभी आशा कार्यकर्ताओं के पास इसकी सूची होगी। क्योंकि वह प्रतिमाह अपना सर्वे रजिस्टर को अपटूडेट करती है। संपर्क अभियान के दौरान ओआरएस के जिंक टैबलेट का वितरण करेगी।
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