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साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड द्वारा बिहारशरीफ सदर अस्पताल में बिजली आपूर्ति के लिए अलग फीडर बनाने का काम लगभग पूरा कर चुका है। जल्द ही इस फीडर से अस्पताल में 24 घंटे निर्बाध बिजली की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। बड़ी पहाड़ी सब स्टेशन से से इस फीडर को जोड़ा जाएगा। करीब 18 लाख की लागत से यह फीडर बनाया जा रहा है। लागत राशि राशि सदर अस्पताल को देना है। कार्य कैपकॉन कम्पनी द्वारा कराया जा रहा है।यह जानकारी विद्युत अधीक्षण अभियंता मृत्युंजय कुमार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि यह फीडर विशेष रूप से सदर अस्पताल के लिए ही तैयार किया जा रहा। बताते चलें कि स्वास्थ विभाग मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार कवायद कर रहा है। इसके लिए कई जरूरी उपकरण लगाये जा रहे हैं। कोविड वैक्सीन को सही तापमान पर रखने के लिए भी 24 घंटे निर्बाध बिजली की जरूरत है। सदर अस्पताल में बिजली आपूर्ति होने के बावजूद तकनीकी कमियों के कारण जनरेटर पर निर्भरता है। जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग को बिजली बिल के अलावा जनरेटर का भी भुगतान करना पड़ता है। सदर अस्पताल में अपना फीडर बन जाने से जनरेटर पर होने वाले खर्च से छुटकारा मिल जाएगा।
20 पीएचसी व रेफरल अस्पताल में लगा ट्रांसफाॅर्मर
एसबीपीडीसीएल द्वारा पूर्व में जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर के सभी अस्पतालों में अलग से ट्रांसफार्मर भी लगाया जा चुका है। जिले के 20 पीएचसी के अतिरिक्त तीन रेफरल अस्पताल में भी अब तक ट्रांसफार्मर लग चुके हैं। उन्होंने बताया कि इन रेफरल अस्पतालों में कल्याण बिगहा, हिलसा तथा अस्थावां शामिल है। सभी ट्रांसफार्मर 100 केवी के लगाए गए हैं। इतना ही नहीं जिले के तहत आने वाले सभी प्रखंडों के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं स्वास्थ्य उप केंद्रों में बिजली का कनेक्शन दिया जा चुका है। इससे स्वास्थ्य सेवा से सम्बंधित दवाइयां व उपकरणों का रखरखाव में साहूलियत होगी।
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