राज्य निर्वाचन आयोग ने पर्व-त्योहारों को ध्यान में रखकर दस चरणों में मतदान कराने की तैयारी शुरू की है। जिले के विजयीपुर एवं भोरे प्रखंड में सबसे पहले चुनाव कराया जाएगा। 230 पंचायतों में होने वाले चुनाव के के लिए कुल 3240 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। प्रत्येक मतदान केन्द्रों पर सिर्फ 850 मतदाताओं को ही वोट डालने की अनुमति दी जाएगी। 3 अगस्त से चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है।
प्रत्येक मतदान केंद्रों पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी: आयोग ने रैली और सार्वजनिक सभा को लेकर भी कहा है कि प्रत्याशी वैसे सार्वजनिक स्थलों का चयन करें जहां पर सभा हो सके। आयोग ने स्पष्ट कहा है कि अग्रिम तौर पर सामाजिक दूरी को निर्धारित मानकों को चिन्हित किया जाए। प्रत्येक मतदान केंद्रों पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। कोरोना संकट के मद्देनजर आयोग कोई भी कमी नहीं छोड़ना चाहता है। यही वजह है कि बुखार होने वाले मतदाताओं को अंतिम घंटे में मतदान करने का मौका मिलेगा। ध्यान रहे कि 2016 में गठित त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था और ग्राम कचहरी 15 जून को भंग कर दिया गया। चुनाव नहीं होने की स्थिति में पंचायती राज की नई व्यवस्था परामर्शी समिति गठित कर संचालित की जा रही है। इधर पंचायत चुनाव की आहट के मद्देनजर संभावित प्रत्याशियों ने लोगों से मिलना-जुलना शुरू कर दिया है।
अधिसूचना जारी से लेकर मतदान के बीच 25 दिनों का रह सकता है अंतराल
पंचायती राज के पदों के लिए चुनावी कार्यक्रम के तहत हर चरण में अधिसूचना जारी होने से लेकर मतदान के बीच 25 दिनों का अंतराल निर्धारित किए जाने की संभावना है। आयोग के मुताबिक 850 मतदाताओं पर एक मतदान केंद्र का गठन किया गया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत के छह पदों पर नामांकन पत्र दाखिल करने वाले प्रत्याशियों को ऑनलाइन नामांकन पत्र दाखिल करने का विकल्प दिया गया है। आयोग ने कहा है कि जो उम्मीदवार ऑनलाइन नामांकन पत्र दाखिल करना चाहते हैं।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक अगस्त के अंतिम सप्ताह में पहले चरण का चुनाव संपन्न कराए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है। आयोग ने कोरोना काल में चुनाव को लेकर कई आवश्यक कदम उठाए हैं।
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