हाथ-पैर बांधकर मारा और फिर तालाब में फेंका या जिंदा ही हाथ-पैर बांध बहा दिया? तीन दिन से ससुराल से गायब सुधा की लाश मिलने के साथ ही यह सवाल हरेक को झकझोर रहा है। हाथ-पैर बंधी लाश तालाब में तैरती देखने वालों के गले से दिनभर खाना नहीं उतरा, मायके वाले तो बेसुध ही हैं। लॉकडाउन में हजारों मजबूरी के बीच जिस बेटी की शादी की, उसे तीन दिन से ढूंढ़ रहे थे। थाने में फरियाद कर रहे थे। गुरुवार सुबह लाश मिलते ही सारे सपने बिखर गए। नालंदा के रहुई स्थित कुल भंडारी गांव के तालाब से बिहार थाना क्षेत्र के टिकुली पर निवासी सिद्धार्थ कुमार की पत्नी सुधा कुमारी उर्फ गुड़िया की लाश निकली। वह 22 मार्च से अपनी ससुराल से लापता थी। मृतक का पूरा शरीर पानी में रहने के कारण फूल गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जांच इस बात की भी होगी कि वह डूबने से पहले मर चुकी थी या हाथ-पैर बांधकर उसे डूबकर मरने छोड़ा गया।
ससुराल से 22 मार्च से लापता थी सुधा
मृतक सुधा अपने ससुराल से 22 मार्च से ही लापता थी। मायके वालों ने सुधा के गायब होने के बाद काफी खोजबीन की, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने ससुरालवालों के खिलाफ दहेज के मामले में अगवा करने का केस बिहार थाने में दर्ज कराया था। गुरुवार को तालाब में उसका शव तैरता हुआ मिला, जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और आसपास के थानों में संपर्क कर मृतक के परिजनों को बुलाया।
पिछले साल 28 जून को हुई थी शादी
सुधा की शादी पिछले ही साल 28 जून को धूमधाम से बिहार थाना क्षेत्र के टिकुली पर निवासी सिद्धार्थ कुमार के साथ हुई थी। सुधा के पिता जितेंद्र कुमार ने बताया कि आए दिन सिद्धार्थ और उनके घरवाले उनकी बेटी को दहेज के लिए बुरी तरह से मारते-पीटते थे। दहेज के लिए मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से प्रताड़ित करते थे। इधर, पुलिस ने बताया कि शव के पैर और हाथ को रस्सी से बांधकर तालाब में फेंका गया है। मामले का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.