अपराध पर लगाम के लिए पटना जिले में 13 आईपीएस अफसराें की तैनात की गई है। इसके बाद भी पटना हत्या, डकैती और चोरी के मामले में नंबर वन, जबकि लूट में चौथे नंबर पर है। एसएसपी और सिटी एसपी के अलावा जिले के 11 पुलिस अनुमंडलाें में छह का जिम्मा आईपीएस अफसरों को ही दिया गया है। बिहार पुलिस ने जनवरी 2022 का आंकड़ा सार्वजनिक किया है।
आंकड़ों को देखें तो पटना में सबसे अधिक 15 हत्याएं हुई हैं। दूसरे स्थान पर गया है। वहीं डकैती की सबसे अधिक तीन घटनाएं भी पटना में ही हुई हैं। पटना जिले में जनवरी में चोरी की 645 घटनाएं हुई हैं। दूसरे नंबर पर मुजफ्फरपुर है, जहां 211 घटनाएं हुई हैं। हालांकि लूट के मामले में पटना तीसरे नंबर पर है। पटना में लूट की 11 घटनाएं हुई हैं। सबसे अधिक सारण में 16 और मोतिहारी में 15 घटनाएं हुई हैं।
जनवरी का आंकड़ा जारी- पटना में सबसे अधिक 15 लोगों की हत्या, दूसरे स्थान पर गया
मर्डर : चार महीने में 97 की हत्या, पटना सिटी इलाके में सबसे अधिक
साल 2022 के बीते चार महीने के आंकड़ों को देखें तो पटना जिले में 97 हत्याएं हुई हैं। पटना सिटी इलाके में सबसे अधिक हत्याएं हुई हैं। औसत आंकड़ों के हिसाब से पटना सिटी इलाके में हर दिन एक हत्या होती है। थानावार आंकड़ों को देखें तो सबसे अधिक हत्या वाले थानाें में चौक में सबसे अधिक 7, मसौढ़ी में 6, आलमगंज में 5, अगमकुआं में 5, बिहटा में 5 और मनेर में 4 हत्याएं हो चुकी हैं।
रेप : 21 घटनाएं बलात्कार की, सबसे अधिक राजीवनगर इलाके में
बीते चार महीने में रेप की 21 घटनाएं हुई हैं। आंकड़ों को देखें तो सबसे अधिक राजीवनगर में 4, सुल्तानगंज में 2, चौक में 2, पालीगंज में 2 और मोकामा में भी 2 घटनाएं हुई हैं। हालांकि ऐसे मामलों में पुलिस की उपलब्धि ठीक है। इनमें से अधिकतर मामलों में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली है।
लूट के मामले में सारण और पूर्वी चंपारण जिला पटना जिले से आगे।
पटना जिले में तैनात आईपीएस अफसर
वाहन चोरी : कंकड़बाग, अगमकुआं, गांधी मैदान, पीरबहोर, दानापुर में सबसे अधिक
बीते चार महीने में पटना जिले से 1785 वाहनों की चोरी हो गई है। वहीं लूट और स्नैचिंग की घटनाएं भी इन दिनों आए दिन हो रही हैं। चार महीने में जिले में लूट की 54 घटनाएं हुई हैं। हर महीने होने वाली क्राइम मीटिंग में सबसे अधिक जोर वाहन चोरी, लूट और स्नैचिंग की घटनाओं पर लगाम लगाने पर होता है। इसके बाद भी इन घटनाओं में कमी नहीं आ रही है। सबसे अधिक वाहन चोरी कंकड़बाग में 118, गांधी मैदान में 108, पीरबहोर में 84, दानापुर में 78 और अगमकुआं में 65 हुई है। वहीं लूट की घटना फतुहा में सबसे अधिक 5, अगमकुआं में 4, जक्कनपुर, रामकृष्ण नगर, गांधी मैदान और कदमकुआं में तीन घटनाएं हुई हैं।
घर में चोरी : दानापुर, परसा बाजार, रूपसपुर इलाके सबसे अधिक चाेरों के निशाने पर
बीते चार माह में बंद घरों में चोरी की 206 घटनाएं हुई हैं। वहीं डकैती की 10 घटनाएं हुई हैं। बंद घरों में चोरी के आंकड़ों को देखें तो सबसे अधिक दानापुर में 15, परसा बाजार में 13, रूपसपुर में 10, पत्रकार नगर में 8, एसकेपुरी में 7, मसौढ़ी में 7 और बख्तियारपुर में 7 घटनाएं हो चुकी हैं। वहीं मसौढ़ी, धनरुआ, कदमकुआं, दीघा, शाहपुर, मनेर, फुलवारीशरीफ, दुल्हिन बाजार, बख्तियारपुर और फतुहा में डकैती की एक-एक घटना हुई है। दीघा में जनवरी में ही डकैती की घटना हुई थी जिसका पुलिस अबतक उद्भेदन नहीं कर सकी है।
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