डेढ़ साल में 100 कराेड़ से अधिक की शराब बिहार भेजने वाले बुलंदशहर के सुनील भारद्वाज और ईटानगर के फुन्सो दोरजी करीमी को औरंगाबाद के अंबा थाने से जेल भेज दिया गया है। सुनील सेना का जवान रह चुका है, जबकि करीमी के पिता पूर्व एमएलए और मां रिटायर्ड आईएएस हैं। शराब के धंधे से दोनों ने अकूत संपत्ति अर्जित की है। जांच में यह बात आई कि सुनील भारद्वाज हवाला के धंधे में भी शामिल है। बिहार पुलिस की संबंधित एजेंसी को इस बात की जानकारी भी मद्य निषेध इकाई की टीम ने दी है। सुनील ने हवाला के जरिए दुबई में रियल इस्टेट में करोड़ों इंवेस्ट किया है।
दुबई के अवंती टावर में पांच करोड़ का थ्री बीएचके का फ्लैट बुक कराया है। इसके लिए संबंधित बिल्डर को हवाला के जरिए 90 लाख रुपए दे चुका है। इसके अलावा एक विला भी दुबई में बुक किया है। सुनील के मोबाइल से पुलिस को 10 और 20 दिरहम का फोटो मिला है। इसी दिरहम के जरिए भारत में बैठकर सुनील हवाला से दुबई में पैसा डिलिवर करवाता था।
अकूत संपत्ति बनाई : दुबई में पांच करोड़ का फ्लैट और एक विला बुक कराया है।
गुवाहाटी में शराब फैक्ट्री लगाने के लिए बेचा था 11.50 करोड़ का विला
सुनील और दोरजी दुबई से ही गुवाहाटी पहुंचे थे और वहां के रॉयल डी कासा नाम के पांच सितारा होटल से उनकी गिरफ्तारी हुई। दोनों एक महत्वपूर्ण डील के लिए गुवाहाटी में रुके थे। वहां दोनों पार्टनरशिप में एक नई शराब फैक्ट्री लगाने वाले थे। जांच टीम ने बताया कि इसके लिए सुनील ने ग्रेटर नोएडा की एक लग्जरी सोसाइटी स्थित अपने एक विला को 11.50 करोड़ में बेच दिया था। सुनील का पूरा परिवार ग्रेटर नोएडा में ही रहता है। वह लग्जरी गाड़ियों का शाैकीन है। उसने 3.50 करोड़ की रेंज रोवर भी बुक की थी जो कुछ दिन में डिलिवर होने वाली है।
चैरीटेबल ट्रस्ट के खातों की भी होगी जांच
सुनील के चैरीटेबल ट्रस्ट की भी जांच टीम को जानकारी मिली है। कहीं वह इसकी आड़ में कालेधन का करोबार तो नहीं करता था? इनके खातों की जानकारी मिली है, जिनकी जांच की जाएगी। सुनील ने जांच टीम को बताया कि दयावति चैरीटेबल ट्रस्ट एक अस्पताल बनाने जा रहा है, जो लोगों को किफायती इलाज मुहैया कराएगा। उसने बताया कि वह श्रीबालाजी एजुकेशन ट्रस्ट का संचालन भी करता है, जो गरीब बच्चों को फ्री में शिक्षा उपलब्ध कराता है।
इन माफियाओं का नाम आया सामने
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