ठंड के आगमन के बाद पहली बार दिल्ली से अधिक पटना की हवा जहरीली हो गई है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक, साेमवार काे पटना का एक्यूआई लेवल 303, जबकि दिल्ली का 294 रहा। देश के सबसे अधिक प्रदूषित 12 शहराें में 8 बिहार के हैं। इन शहराें का एक्यूआई लेवल 300 से अधिक रहा। वायु प्रदूषण विशेषज्ञों के अनुसार धूल-कण और धुंध की मात्रा बढ़ने के कारण एक्यूआई लेवल में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है।
इन जिलों में पीएम 2.5 और पीएम 10 मानक से लगभग पांच गुना अधिक आंका गया है। पटना में गांधी मैदान, तारामंडल, दानापुर, सचिवालय, वेटनरी सहित आसपास के इलाकों की स्थिति ज्यादा खराब है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मानक के मुताबिक, 200 से 300 के बीच एक्यूआई लेवल हाेने का मतलब हवा खराब है।
विशेषज्ञ बाेले-आर्द्रता में कमी से धूल-कण में वृद्धि, इससे प्रदूषण
आद्री के वायु प्रदूषण विशेषज्ञ रवि सिन्हा कहते हैं कि पटना के वातावरण और धरातल पर आर्द्रता की कमी आई है। इसके कारण वायुमंडल के निचले स्तर पर धूल-कण में वृद्धि हुई है। इससे प्रदूषण बढ़ा है।
डाॅक्टर बाेले-फेफड़े पर असर, बचने के लिए मास्क लगाएं
जनरल फिजिशियन डाॅ. तेजस्वी कहते हैं कि प्रदूषण से सांस संबंधी तकलीफें बढ़ती हैं। प्रदूषित वातावरण में रहने से दिल और फेफड़ों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचता है। बचने के लिए लोगों को मास्क लगाना चाहिए।
ये उपाय हों ताे घटेगा प्रदूषण
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