वैशाली गैंगरेप को प्लानिंग के तहत किया गया था। घटना में 8 लोग शामिल थे। गैंगरेप 5 दिन बाद पुलिस ने गुरुवार को मामले का खुलासा किया है। मुख्य साजिशकर्ता अभी तक फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी चल रही है।
अभी तक 5 आरोपियों छोटु कुमार (रामपुर), अभय कुमार (अगलपुर), अभिनंदन कुमार (रामपुर), कुणाल कुमार और धीरज कुमार (बरबट्टा) को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके खिलाफ जंदाहा थाना में पॉक्सो, आईटी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
अमोद ने हथियार के बल पर किया था अपहरण
पुलिस ने बताया कि इस पूरे मामले का मुख्य साजिशकर्ता पीड़िता के गांव का ही अमोद है। 8 सितंबर को जब पीड़िता स्कूल के लिए निकली थी तब रास्ते में हनुमान मंदिर के पास पहले से ताक में रहा अमोद जबरदस्ती हथियार के बल पर अपनी बाइक पर बैठाकर एक सुनसान जगह पर लेकर चला गया। यहां रौशन और छोटू पहले से तैयार थे। यहां एक-एक कर सभी ने पीड़िता का गैंगरेप किया।
वीडियो वायरल होने के बाद सामने आया था मामला
पीड़िता की चाची ने दैनिक भास्कर को बताया कि 8 सितंबर को घटना के बाद पीड़िता घर आई और घर में बेहोश हो गई। इसके बाद भी वो घर में किसी को कुछ भी नहीं बताई थी। इसके दो दिन बाद 10 सितंबर को अचानक घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। लोग पीड़िता के घर के आगे जुटने लगे तब मामला सामने आया। इसके बाद पीड़िता ने घटना की पूरी जानकारी परिजनों को दी।
पीड़िता के ठीक सामने है आरोपी का घर, उसी ने दी पुलिस को जानकारी
पीड़िता के परिजन और ग्रामीण इस मामले में पूरी तरह उग्र होने लगे थे। उसके घर के ठीक सामने उसके आरोपी अमोद राम का घर था। परिजन इस मामले के मुख्य आरोपी अमोद को ही मान रहे हैं। भीड़ की भनक लगते ही अमोद के परिजनों ने पुलिस को इसकी जानकारी दे दी। पुलिस जब तक पूरा मामला समझती अमोद अपने परिजनों के साथ घर में अंदर से ताला लगाकर पिछले दरवाजे से फरार हो गया।
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