पटना पुलिस ने 3 महीने बाद पटना सिटी में शीशा कारोबारी राजू जायसवाल की हत्या का खुलासा कर लिया। SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि कारोबारी की हत्या उनके कारखाने से महज 300 मीटर की दूरी पर रहने वाले अभिषेक कुमार उर्फ नुनु ने की। जिसे पैसों की जरूरत थी।
यह है पूरा मामला
पिछले साल 30 सितंबर को पटना सिटी के चमडोरिया मोड़ के पास शीशा कारोबारी राजू जायसवाल की खौफनाक तरीके से हत्या कर दी गई थी। पहले तो उन्हें बुरी तरीके से मारा-पीटा गया था। सिर पर डंडे वार किए जाने के साथ ही तेज धार वाले चाकू से उनका गला काट दिया गया था। इस वारदात को उनके कारखाने में ही अंजाम दिया गया था। इस ब्लाइंड केस की तह तक जाने और अपराधी तक पहुंचने में पटना पुलिस को 3 महीने से अधिक का वक्त लग गया।
पहले लूटने की कोशिश, फिर पहचान छिपाने के लिए हत्या
SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया, आरोपी अभिषेक खुद आर्मी और पैरामिलिट्री की तैयारी कर रहा था। नौकरी के लिए भी इसे रुपयों की आवश्यकता थी। इसे लगा था कि कारोबारी के पास हर वक्त रुपया रहता है। इस कारण वो वहां रुपया लूटने गया था। मगर, उसे रुपया नहीं मिला। उसकी पहचान सामने आ चुकी थी। फिर पकड़े जाने के डर से उसने राजू जायसवाल की हत्या कर दी। फिर उनके ही मोबाइल से उनकी पत्नी को कॉल कर पहले 3 लाख और बाद में 50 हजार की फिरौती भी मांगी गई थी। इसके बाद उनके मोबाइल को फेंक दिया।
साइंटफिक इंवेस्टिगेशन से हुआ खुलासा
उन्होंने बताया कि- इस केस की पड़ताल के दौरान कई जगहों के CCTV फुटेज खंगाले गए थे। काफी सारे कॉल डिटेल्स तलाशे गए थे। तीन संदिग्धों के फिंगर प्रिंट मिलाए गए। इसमें खून से सना हुआ फिंगर प्रिंट भी शामिल है। वारदात स्थल से ब्लड ग्रुप भी मिलाया गया था। पूरी तरह से साइंटफिकइन्वेस्टिगेशन करने के बाद ही टीम इस अपराधी तक पहुंच पाई। अभिषेक को चौक थाना की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
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