शराब मामले में अब पुलिसिया कार्रवाई की मॉनिटिरंग होगी। बिहार में तमाम जिलों की पुलिस किस प्रकार से कार्रवाई कर रही है। शराब माफियाओं के खिलाफ किस प्रकार से अभियान चला रही है? किस प्रकार से शराब अवैध कारोबार के सिंडिकेट को ध्वस्त किया जा रहा है? जिले के अंदर शराब बेचवाने के लिए कहीं पुलिस वाले ही माफियाओं का साथ तो नहीं दे रहे हैं? इस तरह के कई प्वाइंट हैं, जिस पर अब पुलिस के सीनियर अधिकारी अपनी निगरानी रखेंगे।
इसके लिए खास तौर पर पुलिस मुख्यालय की तरफ से 10 ADG और 2 IG को जिम्मेवारी सौंपी गई है। हर एक सीनियर अधिकारी को पुलिस रेंज के तहत आने वाले जिलों की पुलिसिया कार्रवाई पर सख्त मॉनटरिंग करने को कहा गया है। हर महीने सीनियर अधिकारी मिले पुलिस रेंज के तहत जिलों में जाएंगे। वहां की पुलिस के तरफ से शराब मामले में किए गए कार्रवाई का रिव्यू करेंगे और उसकी रिपोर्ट हर महीने DGP को सौंपेंगे। ADG मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार की तरफ से इस संबंध में एक आदेश भी जारी किया गया है।
इन अधिकारियों को मिली जिम्मेवारी
CID के ADG जितेंद्र कुमार को पटना सेंट्रल रेंज के तहत पटना और नालंदा पुलिस के कार्रवाई पर कड़ी नजर रखने की जिम्मेवारी मिली है। ADG रेल निर्मल कुमार आजाद को मगध रेंज, ADG ऑपरेशन सुशील मानसिंह खोपड़े को शाहबाद, ATS के ADG एस रविंद्रण को तिरहुत, ADG ट्रेनिंग आर मलार विझि को चंपारण, ADG स्पेशल ब्रांच सुनील कुमार को सारण, SCRB के ADG डॉ. कमल किशोर सिंह को पूर्णिया, ADG बजट पारसनाथ को मुंगेर, ADG वीकर सेक्शन अनिल किशोर यादव को बेगूसराय, IG केएस अनुपम को पूर्वीय क्षेत्र भागलपुर और BSSP के IG एमआर नायक को कोशी रेंज की जिम्मेवारी सौंपी गई है।
पुलिस मुख्यालय का दावा है कि इस नई व्यवस्था से पुलिसिया कार्रवाई बिल्कुल सही दिशा में होगी। साथ ही माफियाओं का साथ देने वाले पुलिस अफसरों और कर्मियों के मन भी खौफ पैदा होगा। इस मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ रिपोर्ट तैयार की जाएगी और सख्ती के साथ वैसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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