पटना में ग्रेजुएट चायवाली के बाद अब आत्मनिर्भर चायवाली सामने आई है। इनकी कहानी ग्रेजुएट चाय का स्टॉल लगाने वाली प्रियंका गुप्ता से अलग है। गरीबी के कारण जब परिवारवालों ने उनकी शादी तय कर दी तो इससे बचने के लिए जेडी विमेंस कॉलेज से ग्रेजुएट मोना पटेल ने चाय की स्टॉल खोल दी।
दरअसल, बीते दिनों राजधानी पटना में वुमेंस कॉलेज के बाहर ग्रेजुएट चाय का स्टॉल लगाने वाली प्रियंका गुप्ता पूरे देश भर में चर्चा में आ गई थीं। इसका असर कुछ यूं देखने को मिल रहा है कि पटना की अन्य लड़कियां भी अब प्रियंका से इंस्पायर होकर इसी राह पर उतर आई हैं। इसी क्रम में पटना की ही मोना पटेल ने ज्ञान भवन के ठीक सामने आत्मनिर्भर चाय का स्टॉल खोला है। मोना ने अपनी आर्थिक स्थिति से तंग आकर चाय के स्टॉल की शुरुआत की है।
माता-पिता कराना चाहते थे शादी
मोना मूल रूप से समस्तीपुर की रहने वाली हैं, लेकिन वो राजधानी पटना में कंकड़बाग में रहती हैं। उनकी दो बहने हैं और उनके पिता एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक हैं। मोना पटेल ने बताया, 'पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। पिता शादी करवाने की बात कह रहे हैं। मैं अभी शादी नहीं करना चाहती हैं। मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इसकी वजह से मुझे कुछ न कुछ काम करना था और मैं प्राइवेट जॉब नहीं करना चाहती हूं। ऐसे में मैं यूट्यूब पर प्रियंका गुप्ता को देख कर इंस्पायर्ड हो गई। इसके बाद मैंने भी अपना स्टॉल खोलने का फैसला लिया।' मोना ने बताया कि स्टॉल तो मैं काफी पहले खोल लेती लेकिन खुद सड़कों पर उतरने का हौसला प्रियंका जी को देख कर आया।
माता-पिता को बिना बताए खोला स्टॉल
मोना ने कहा, 'मैंने अपने इस फैसले के बारे में अपने माता-पिता को नहीं बताया है। मुझे डर लग रहा है कि मां पापा क्या कहेंगे। लेकिन मुझे उम्मीद है कि वो मेरे इस फैसले के साथ खड़े रहेंगे। मुझे ही नहीं बल्कि सभी लड़कियों को आगे आना चाहिए। खुद से आत्मनिर्भर बनना चाहिए ताकि किसी को किसी पर आश्रित होने की जरूरत न पड़े।'
पहले दिन ही कमाए 1 हजार रुपए
मोना ने बताया की शनिवार सुबह 6 बजे उसने अपने चाय का स्टॉल खोला और दिन के 1 बजे तक 1 हजार रुपए कमा चुकी हैं। मोना ने कहा कि अगर मेरा ये स्टॉल ठीक से चलता है तो आगे इसको ब्रांड बनाने का कोशिश करूंगी और भी ब्रांच खोलूंगी।
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