सीएम नीतीश ने की घोषणा:दरभंगा के शोभन बाईपास पर बनेगा एम्स, 150 एकड़ जमीन चिह्नित

पटना13 दिन पहले
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विधानसभा में जाते समय अभिवादन करते सीएम नीतीश कुमार। - Dainik Bhaskar
विधानसभा में जाते समय अभिवादन करते सीएम नीतीश कुमार।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि शोभन बाईपास पर एम्स निर्माण होने से दरभंगा शहर का विस्तार होगा। इसके नए इलाके विकसित होंगे। एम्स के लिए जिस जमीन को चिह्नित किया गया है, वहां आने-जाने के लिए आवश्यक निर्माण किया जाएगा। सभी चीजों का ख्याल रखते हुए ही शोभन बाईपास पर जमीन चिह्नित किया गया है। मंगलवार को प्रेमचन्द्र मिश्रा के तारांकित प्रश्न पर हस्तक्षेप करते हुए सीएम ने कहा कि तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के समक्ष प्रस्ताव दिया था कि डीएमसीएच दरभंगा को ही एम्स के लिए अधिग्रहित कर लिया जाए।

उस समय वे मान गए। लेकिन जब वे मंत्री से हटकर पार्टी की जिम्मेवारी संभालने चले गए तो नए मंत्री ने इसे स्वीकार नहीं किया। तब तय हुआ कि डीएमसीएच परिसर में ही एम्स का निर्माण किया जाए। जमीन भी चिह्नित कर ली गई थी। लेकिन समीक्षा के दौरान पाया गया कि इससे डीएमसीएच की स्थिति अच्छी नहीं रहती। एम्स निर्माण होने से मरीजों का दबाव उस इलाके में बढ़ता। ऐसे में आने-जाने में लोगों को परेशानी होती। इसलिए शोभन बाईपास पर 150 एकड़ जमीन एम्स के लिए चिह्नित की गई है।

सीएम ने कहा कि चिह्नित जमीन के अधिग्रहण का काम प्राथमिकता के साथ किया जाएगा। समाधान यात्रा के दौरान हमने खुद उस जमीन को देखा है। बहुत अच्छी जमीन का चयन किया गया है। प्रश्नकर्ता के साथ ही मौजूदा और पूर्व के स्वास्थ्य मंत्री के अलावा कोई और भी सदस्य उस जमीन को देखना चाहें तो उनका स्वागत हैं। मेरे साथ चलें और उस जमीन का लोकेशन देखें तो पता चलेगा कि कितनी अच्छी जमीन चिह्नित की गई है। इससे पहले उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि पहले से चिह्नित जमीन में जलजमाव व ट्रैफिक जाम की समस्याएं आरओबी व एलिवेटेड रोड की आवश्यकता सहित अन्य समस्या के मद्देनजर शोभन बाईपास पर जमीन चिह्नित की गई है।

प्रश्नकर्ता ने कहा कि शोभन बाईपास पर चिह्नित जमीन 28 फीट गहरा है तो उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उसका समाधान किया जाएगा। चिह्नित जमीन ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से तीन किलोमीटर तो आमस-दरभंगा फोरलेन से सात किलोमीटर दूर है। वहीं जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि केंद्र सरकार ने जब दूसरा एम्स का प्रस्ताव मांगा तो मुख्यमंत्री ने ही दरभंगा का नाम सुझाया। सरकार के समक्ष कई शहरों के नाम थे लेकिन मुख्यमंत्री ने दरभंगा को प्राथमिकता दी। जिस जमीन का चयन किया गया है, वहां मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, झंझारपुर व नेपाल से आने-जाने में सुविधा होगी।

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