लोक अस्था का महापर्व छठ का पहला अर्घ्य रविवार की शाम को दिया जाएगा। शहर के 85 गंगा घाट और 61 तालाबों पर 15 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। वहीं, जिले के 427 घाट और 179 तालाबों पर 25 से 30 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। इसको ध्यान में रख जिला प्रशासन ने तैयारी की है।
शहर के पश्चिम इलाके में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर घाट जेपी सेतु के पश्चिम और पूरब मिलेगा। इसमें शिवाघाट, पाटीपुलघाट, मीनारघाट, बिंदटोली घाट, जेपी सेतु घाट, गेट नंबर 93 घाट, गेट नंबर 83 घाट और गेट नंबर 88 घाट शामिल है।
वहीं, गायघाट के पूरब भद्रघाट, महावीर घाट, तलाब घाट, नौजर घाट, दुल्लीघाट, सिढ्ढी घाट, मितन घाट, सीता घाट सहित अन्य बालू घाट एक दुसरे से जुड़े हैं। यहां पूर्व पटना के लोगों को बेहतर घाट मिलेगा। इधर, मध्य पटना के श्रद्धालुओं के लिए रिवर फ्रंट कालीघाट, गांधीघाट सहित विभिन्न घाटों पर बेहतर सुविधा है।
गंगा घाट पर पीले कपड़े से घिरे हिस्से में ही रहें
शहर में कहां कितने श्रद्धालुओं की व्यवस्था
जेपी सेतु के दोनों तरफ 2 लाख रिवर फ्रंट के घाटों पर 2 से 3 लाख गायघाट से पूरब घाटों पर 2 लाख दानापुर इलाके घाटों पर 1 लाख दीदारगंज के घाटों पर 1 लाख शेष अन्य घाटों पर 1 से 1.5 लाख
इनका रखें ध्यान
गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है। कई नदी घाट खतरनाक घोषित हैं। सभी को पीले कपड़े से घिरे हिस्से में रहना है। नदी घाट पर लाल कपड़े से घिरे हिस्से में नहीं जाना है।
बुजुर्ग, बच्चे, बीमार लोगों को गंगा घाट पर ना ले जाएं। अगर बच्चे गंगा घाट पर आते हैं तो, बच्चों के पॉकेट में मोबाइल नंबर, नाम, पता लिखकर डालें।
ये हुए हैं इंतजाम
600 मजिस्ट्रेट, 5000 पुलिस बल तैनात किये गए हैं श्रद्धालुओं की सुरक्षा व विधि व्यवस्था में।
800 जवानों के साथ 289 नाव, 289 नाविक व 324 गोताखोर तैनात
125 से अधिक सिविल डिफेंस के वोलंटियर्स की भी प्रतिनियुक्त हुई हैं।
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