भागलपुर में जीवन जागृति सोसायटी की अनोखी पहल:ग्रामीण इलाके में जागरूकता शिविर का किया आयोजन, महिलाओं के समस्या पर हुई चर्चा

पटना4 महीने पहले
  • कॉपी लिंक
जीवन जागृति सोसायटी ने जागरूकता शिविर का किया आयोजन - Dainik Bhaskar
जीवन जागृति सोसायटी ने जागरूकता शिविर का किया आयोजन

भागलपुर में जीवन जागृति सोसायटी के द्वारा अलीगंज के हरिजन टोला में महिलाओं के बीच महिला से संबंधित रोगों, खून की कमी एवं कैंसर के बारे में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें प्रमुख वक्ता के तौर पर जीवन जागृति सोसायटी के मुख्य संरक्षक डॉ. रेखा झा, आयुर्वेदिक महाविद्यालय से सेवा निवृत्त चिकित्सक डॉ कृष्णा सिंह और प्रमुख महिला रोग विषेशज्ञ डॉ.अर्चना झा, संस्था के अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह रहे।वहीं इस शिविर को आर्थिक सहयोग बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा दिया गया। शिविर में मुख्य अतिथि के रुप में बैंक ऑफ इंडिया के उप प्रबंधक सैलेंद्र दुबे, प्रणव, श्री कुमार और मिस्टर अहमद उपस्थित रहे।

मौसमी फल और सब्जी खाने पर दिया जोर
मौसमी फल और सब्जी खाने पर दिया जोर

महिलाओं की समस्या पर हुई चर्चा

श्री दुबे ने कहा कि हमारी बैंक ने इस कार्यक्रम में सहयोग किया है ताकि जीवन जागृति सोसायटी के द्वारा जो इन गंभीर विषयों पर जागरूकता में अच्छी मदद की जाए। हम आगे भी इसमें मदद करते रहेगें। डॉ. रेखा झा ने खून की कमी यानि एनीमिया पर विस्तार पूर्वक बताया और कहा की इससे कई समस्या उत्पन्न होती है। खान पान की समझदारी से इस समस्या पर काबू किया जा सकता है साथ ही आयरन की गोलियां जो सरकार मुफ्त देती है उसे ले कर भी नियंत्रण कराना जरूरी है। किशोरियों और महिलाओं में महावारी की कई समस्याओं पर चर्चा की।

डॉ. रेखा झा ने महिलाओं के कैंसर के आरंभिक लक्षणों को बताया कि यदि सस्तन में गांठ हो, नारंगी के छिलके सा सिकुड़न दिखाई दे, रक्त स्राव हो तुरंत चिकत्सक से संपर्क करें। उसी तरह से यदि महिलाओं को जननांग से स्वेत प्रदर जिसमे दुर्गध हो, या असमय मासिक जैसा रक्त स्राव हो, या जिन महिलाओं का मासिक रुक गया हो और फिर भी कभी कभी रक्त स्राव होता हो तो बच्चेदानी का कैंसर हो सकता है। डॉ कृष्णा सिंह ने देशी एवम मौसमी फल और सब्जी खाने पर जोर दिया।

"कैंसर अंत नहीं सिर्फ रुकावट"

वहीं संस्था के अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह ने कहा कैंसर अंत नहीं सिर्फ रुकावट है, कैंसर यदि देर से पकड़ में आए तो जानलेवा है परंतु यदि प्रारंभिक स्तर पर पकड़ में आ जाए तो बचने की संभावना बहुत अधिक होती है। उन्होने अन्य केंसर के आरंभिक लक्षणों को बताया जैसे मुंह में लागतार छाला बने रहना, कोई मांस बढ़ जाना, अत्यधिक वजन घटना, गले का ढेर दिन तक आवाज में भारी पन और कुछ घोटने में दिक्कत,अचानक कब्ज या लागतार पतला लैट्रिन होना, मूत्र त्याग में दिक्कत या रक्त स्राव इत्यादि सम्बंधित अंग में केंसर का बीमारी के लक्षण हैं और इस तरह के कोई भी लक्षण होने पर तुरंत चिकत्सक से संपर्क करें। डॉ. अर्चना भारती ने महिलाओं के प्रश्नों का जवाब दिया। वहीं अलीगंज वार्ड के पार्षद ने व्यवस्था उपलब्ध कराया। महिला प्रकोष्ठ के सचिव विनिता साह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इसके अलावा संस्था से धर्मेन्द्र मृत्युंजय और अखिलेश शामिल हुए।