5 साल बाद 2006 बैच के IPS अधिकारी शिवदीप लांडे अपने मूल कैडर में वापस बिहार आ रहे हैं। वह मंगलवार यानी 7 दिसंबर को पटना पहुंच जाएंगे। अगले दिन 8 दिसंबर को वो गृह विभाग में अपनी ज्वाइनिंग देंगे। इसके साथ ही वो अभी वेटिंग फॉर पोस्टिंग में रहेंगे। वहीं, बिहार आने से पहले उन्होंने फेसबुक पोस्ट कर महाराष्ट्र की पोस्टिंग के दौरान किए गए अपने काम को बताया है। साथ ही ड्रग माफिया इकबाल मिर्ची को गिरफ्तार नहीं पाने का अफसोस भी व्यक्त किया है।
उम्मीद है कि बिहार पुलिस में IPS अधिकारियों के प्रमोशन के बाद जब ट्रांसफर-पोस्टिंग का दौर शुरू होगा, तब उन्हें भी नई पोस्टिंग मिलेगी। सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराब को लेकर IPS शिवदीप लांडे को कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकते हैं।
बता दें, लांडे मुख्य रूप से महाराष्ट्र के हैं। बिहार कैडर के IPS अधिकारी हैं और DIG रैंक पर हैं। पिछले 5 साल से इंटर स्टेट डेप्युटेशन के तहत अपने गृह राज्य महाराष्ट्र में थे और वहां के ATS में नम्बर 2 की हैसियत से थे।
अपराधियों से लेकर माफिया तक में इनके नाम का खौफ
बिहार पुलिस में नौकरी ज्वाइन करने के बाद बतौर ASP शिवदीप लांडे की पहली पोस्टिंग नक्सल प्रभावित मुंगेर के जमालपुर में हुई थी। पटना में 2 बार सिटी SP भी रहे। काम करने का इनका अंदाज बिल्कुल अलग है। पटना में सिटी SP रहते हुए इन्होंने मनचलों को खूब सबक सिखाया था। लड़कियां खुद को सुरक्षित महसूस करने लगी थी। उस वक्त छेड़खानी की घटनाओं में जबरदस्त कमी आ गई थीं। छात्राओं के मोबाइल में उनका नंबर जरूर रहता था।
पटना से जब उनका अररिया तबादला हुआ तो लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर सरकार के फैसले का विरोध भी किया था। ट्रांसफर के बावजूद लोगों की दीवानगी उनके प्रति कम नहीं हुई थी। रोहतास में SP रहते हुए शिवदीप ने खनन माफिया की नींद उड़ा दी थी। फिल्मी अंदाज में उन्होंने खुद JCB चलाकर अवैध स्टोन क्रेशरों को नष्ट करना शुरू कर दिया था। इससे माफिया में हड़कंप मच गया था। इस कार्रवाई के बाद उनका ट्रांसफर कर दिया गया था।
इकबाल मिर्ची को नहीं पकड़पाने का है मलाल
शिवदीप लांडे सोशल तौर पर भी एक्टिव रहते हैं। शनिवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए उन्होंने एक भावनात्मक पोस्ट किया और महाराष्ट्र में अपनी पोस्टिंग के दौरान के काम को बताया। ATS से पहले उनकी पोस्टिंग वहां एंटी नारकोटिक्स डिपार्टमेंट में थी। वहां उन्होंने कई बड़े ऑपरेशन चलाए थे। इसका जिक्र उन्होंने अपने पोस्ट में किया है। साथ ही उन्होंने अपने एक मलाल का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा है, 'सिर्फ एक बात का मलाल रह गया है। और वो है इंटरनेशनल ड्रग माफिया इकबाल मिर्ची को गिरफ्तार नहीं कर पाने का।'
अब पढ़िए, उनके लिखे पोस्ट को
महाराष्ट्र में मेरे 5 वर्षों के कार्यकाल में मैंने अनेक विषयों पर कार्य किया परन्तु साढ़े तीन साल से ज्यादा समय एंटी नारकोटिक्स विभाग (ANC ) में बिताया और ये विभाग मेरे दिल के करीब रहा | फील्ड ऑपरेशन्स के अलावा इस विभाग के जरिए मुझे युवा एवं सन्मार्ग से भटके लोगों से भी जुड़ उन्हें वापस समाज के मुख्यधारा से जोड़ने का अवसर भी मिला। एंटी नारकोटिक्स विभाग में मेरे कार्यकाल में सुलझे कुछ मुख्य ऑपरेशन्स निम्नलिखित हैं...
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