RRB-NTPC रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाकर बिहार में जगह-जगह अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया। पटना, भोजपुर और गया में विरोध प्रदर्शन हिंसक भी हो गया। इसके लपेटे में अब पटना वाले खान सर आ गए हैं। अभ्यर्थियों को भड़काने के आरोप में उन पर पटना के पत्रकार नगर थाने में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने उनके साथ-साथ कुल 6 टीचरों और 16 छात्रों को भी नामजद किया है। इन पर रेलवे अभ्यर्थियों को हंगामा और प्रदर्शन करने के लिए भड़काने का आरोप है। पुलिस ने खान सर पर उनके एक वीडियो के आधार पर केस दर्ज किया है। जानिए आखिर वीडियो में क्या है, जिससे पुलिस ने खान सर पर शिकंजा कस दिया है...
30 नवंबर 2021 को खान सर ने अपने यूट्यूब चैनल पर RRB-NTPC से संबंधित एक वीडियो डाला। इसमें उन्होंने नौकरी से संबंधित सभी जानकारियों का जिक्र किया है। भर्ती बोर्ड की खामियों को बताने के साथ-साथ उन्होंने किसान आंदोलन से संबंधित कुछ तस्वीरों को साझा करते हुए कहा है, 'छात्रों को अपनी मुहिम किसान आंदोलन की तरह लंबी चलानी होगी।' उनके इस वीडियो पर 25.77 लाख व्यूज हैं। इस वीडियो को 2 लाख 40 हजार लाइक्स मिले हैं। इससे भी बड़ी बात यह है कि इसमें एक भी डिसलाइक नहीं है।
अभ्यर्थियों के समर्थन में उन्होंने एक दिसंबर को ट्विटर पर #Justice_For_Railway_Students कैंपेन भी चलाया, जिसमें लाखों लोगों ने ट्वीट किया है।
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वीडियो में खान सर ने रेलवे पर लगाया था आरोप
RRB-NTPC रिजल्ट को लेकर खान सर ने यूट्यूब पर वीडियो की सीरीज बना डाली है। हर वीडियो में वह छात्रों की समस्याओं को लेकर रेलवे पर सवाल उठा रहे हैं। एक वीडियो में उन्होंने रेलवे पर 1 पद के लिए प्रारंभिक परीक्षा के रिजल्ट में केवल 11 अभ्यर्थियों को सिलेक्ट करने का दावा किया है। उनके मुताबिक, रेलवे ने 1 ही अभ्यर्थी को 4 बार जोड़ा है और उसे ही 20 गुना रिजल्ट बता दिया है।
खान सर के मुताबिक, 3 लाख 80 छात्र जो इंटरमीडिएट के थे, उन्हें आगे की परीक्षा के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया। उन्होंने रेलवे परीक्षाओं से जुड़ी सबसे बड़ी परेशानी रेलवे के खाली पदों पर वेटिंग लिस्ट नहीं निकालने को बताया है। वो रेलवे में पदों के खाली रहने की वजह भी इसे ही बता रहे हैं। खान सर ने छात्रों के मसले को उठाते हुए अपने वीडियो में रेलवे पर छात्रों का 3 साल बर्बाद करने का आरोप लगाया था।
ट्वीट कर पूर्व मुख्यमंत्री ने किया सपोर्ट
FIR दर्ज होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है, 'संविधान में हिंसा और तोड़फोड़ का अधिकार किसी को नहीं है। वैसे अब वक्त आ गया है जब सरकार रोजगार के विषय में बात करें, नहीं तो हालात इससे भी भयानक हो सकते हैं। NTPC उपद्रव के नाम पर खान सर सहित अन्य शिक्षकों पर किए गए मुकदमे इस अघोषित युवा आंदोलन को और भी ज्यादा भड़का सकता है।'
24 जनवरी को बिहार में शुरू हुआ छात्रों का आंदोलन
बिहार समेत कई राज्यों में रेलवे के RRB-NTPC रिजल्ट से नाखुश छात्रों ने 24 जनवरी को प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसका सबसे ज्यादा असर बिहार में दिखा। छात्रों ने गया में रेल के कई डिब्बों को आग के हवाले कर दिया है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या ये महज 2 दिनों में सामने आया गुस्सा है या इसकी तैयारी पहले से हो रही थी? इन्हीं सब को लेकर पटना वाले खान सर आरोपों के घेरे में हैं।
हमारे यूट्यूब चैनल को फ्रीज कर दिया गया है: खान सर
बुधवार को गया में हुए हिंसक प्रदर्शन पर खान सर ने सफाई दी थी। पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि स्टूडेंट्स को बहकाने की अफवाह मीडिया ने फैलाई है। हमारे यूट्यूब चैनल को पूरी तरह से फ्रीज किया गया है। हम लोगों को रोका गया है। अभी यूट्यूब पर RRB लिख रहे हैं तो यूट्यूब उसे डिलीट कर दे रहा है। हमने तो मना किया था कि 26 जनवरी को कुछ नहीं होना चाहिए। हम चुप हो जा रहे हैं, तो आंदोलन भी चुप हो जाना चाहिए।
FIR के बाद खान सर फरार
FIR दर्ज होने के बाद खान सर अपनी पटना वाली कोचिंग को बंद कर के फरार हैं। बुधवार यानी 26 जनवरी को बिहार के कई जिलों में छात्रों ने स्टेशनों पर उग्र प्रदर्शन किया। कई जगहों पर ट्रेन को आग के हवाले कर दिया गया। इसके बाद खान सर समेत 6 कोचिंग संस्थान संचालक शिक्षक पर पत्रकार नगर थाना में केस दर्ज किया गया। इसके बाद आज सुबह से ही खान सर गायब हैं। खान सर को गिरफ्तारी का डर
कौन है खान सर?
'खान सर' प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अलग-अलग विषयों पर वीडियो बनाते हैं। पटना में 'Khan GS Research Centre' नाम से उनकी संस्था चलती है। रोचक, आसान एवं देसी अंदाज में वीडियो होने के चलते छात्र और अन्य लोग उसे देखना काफी पसंद करते हैं। यूट्यूब पर उनका एक चैनल है, जिस पर उनके 14.5 मिलियन सब्सक्राइबर हैं।
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