2014 में आई BSSC प्रथम इंटर स्तरीय बहाली को लेकर कैंडीडेंट्स में काफी आक्रोश है। लगातार मांग और धरना प्रदर्शन के बाद भी सुनवाई नहीं होने से अब बड़े आंदोलन की तैयारी है। सोमवार को BSSC कार्यालय के गेट पर बड़ी संख्या में कैंडीडेंट्स जुट रहे हैं। कैंडीडेंट्स का कहना है कि वह मांग करते-करते थक गए हैं। अब बड़ा आंदोलन करने की जरुरत है।
साढ़े सात साल से कर रहे हैं इंतजार
राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष दिलीप कुमार का कहना है कि 13 दिसंबर सोमवार को सुबह से ही धरना प्रदर्शन की तैयारी है। कैंडीडेट्स में काफी आक्रोश है। BSSC (बिहार कर्मचारी चयन आयोग) के कार्यालय के गेट पर धरना की बड़ी तैयारी है। इसके लिए पूरे स्टेट से छात्र जुट रहे हैं। BSSC प्रथम इंटर स्तरीय बहाली मे काउंसलिंग के लिए सेलेक्ट अभ्यर्थियों को नहीं बुलाया जा रहा है। BSSC प्रथम इंटर स्तरीय बहाली 2014 मे आई थी लेकिन साढ़े 7 साल बाद भी ज्वाइनिंग नहीं हो पाई है। इससे बेरोजगारी भारी पड़ रही है।
दिन प्रतिदिन बढ़ रही है समस्या
राष्ट्रीय छात्र एकता मंच का कहना है कि साढ़े 7 साल बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया है जिससे समस्या बढ़ गई है। बेरोजगारों को काफी दिक्कत हो गई है। अब साढ़े सात साल बाद काउंसलिंग होना है लेकिन BSSC के तुगलकी फरमान से काउंसलिंग के लिए सेलेक्टेड अभ्यर्थियों की परेशानी बढ गई है। ऐसा लगता है कि BSSC बहाली पूरा करना ही नही चाहती है। जाति प्रमाण पत्र, नन क्रीमीलेयर सर्टिफिकेट, कम्प्युटर दक्षता, टाइपिंग सर्टिफिकेट 2014 का बना हुआ काउंसलिंग मे मांग की जा रही है, जबकि 2014 के विज्ञापन मे ऐसा नही लिखा हुआ था। इस कारण 90 % सेलेक्टेड अभ्यर्थियों को भी नौकरी से बाहर होना पड़ेगा।
इस मांग को लेकर धरना प्रदर्शन
परीक्षार्थियों की मांग है कि 2014 के विज्ञापन के अनुसार काउंसलिंग मे डॉक्यूमेंट मांगा जाए। ऐसी मांगों को लेकर सोमवार से परीक्षार्थियों द्वारा BSSC कार्यालय के आगे धरना दिया जाएगा। आह्वाहन किया जा रहा है कि BSSC कार्यालय अधिक से अधिक संख्या में लोग पहुंचे। दिलीप का कहना है कि BSSC की मनमानी के खिलाफ बड़े आंदोलन की तैयारी है।
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