मध्यप्रदेश के ग्वालियर में NHM की संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा का पेपर 4 परीक्षा सेंटर पर लीक हुआ। इस पेपर लीक का बिहार कनेक्शन सामने आया है। पेपर लीक करने वाला मास्टरमाइंड राजीव मिश्रा बिहार का है। इसमें उसका दोस्त राजन भी शामिल था। दोनों का मुजफ्फरपुर में ऑनलाइन परीक्षा केंद्र है। पेपर आउट की डील लगभग 3.50 करोड़ में हुई थी।
पटना पुलिस पहले भी राजीव मिश्रा के परीक्षा सेंटर पर बड़ी कार्रवाई कर चुकी है। राजीव अभी फरार है। मंगलवार काे हुए इस पेपर लीक में 8 लोगों को ग्वालियर के होटल से गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में नालंदा के हिलसा का 28 साल का मनीष कुमार भी है। पेपर लीक की पुष्टि होने के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने इस परीक्षा को रद्द कर दिया है।
सेम्स नाम की कंपनी से ऑनलाइन खरीदा था पर्चा
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने ये पेपर स्ट्रेटेजिक अलायंस मैनेजमेंट सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड (SAMS) नाम की कंपनी की वेबसाइट से ऑनलाइन खरीदा था। यह कंपनी सरकारी विभागों में रिक्रूटमेंट कंसल्टिंग का काम करती है।
इसके एवज में 15 लाख रुपए भी चुकाए थे। हालांकि यह साफ नहीं हो सका है कि कंपनी के पास पर्चा कहां से आया। फिलहाल कंपनी से संबंधित कोई भी व्यक्ति नहीं पकड़ा गया है।
परीक्षा ले रही एजेंसी से आरोपियों का सीधा कनेक्शन नहीं है। आरोपी इसी कंपनी के जरिए ही पूरा काम कर रहे थे। पुलिस इस मामले में NHM के अफसरों की भूमिका भी जांच रही है।
परिजन से मिली गड़बड़ी की सूचना के बाद मारा छापा
मंगलवार सुबह पुलिस को एक छात्र के परिजन ने सूचना दी कि कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया है। वो डील करने डबरा के टेकनपुर स्थित होटल के पास बुला रहे हैं। यहां बड़ी डील हो सकती है। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने वहां छापा मारा और 33 लोगों को पकड़ा।
इनमें से सात आरोपी हैं, जो पर्चा बेच रहे थे। दो आरोपी उत्तरप्रदेश के मेरठ और प्रयागराज के रहने वाले हैं। बाकी दो आरोपी हरियाणा और तीन ग्वालियर के रहने वाले हैं। इसके अलावा पकड़ाए गए 26 स्टूडेंट्स में से 15 लड़कियां और 11 लड़के हैं।
आरोपियों ने स्टूडेंट्स को पर्चा बेचना भी कबूल किया है। सभी छात्रों को आरोपियों ने टेकनपुर बुलाया था। ग्वालियर में चार सेंटर पर एग्जाम होना थे।
किसी ने एक तो किसी ने डेढ़ लाख में खरीदा पर्चा
इस गैंग से 15 छात्राओं और 11 छात्रों ने पर्चा खरीदा था। किसी को एक लाख तो किसी को डेढ़ और दो लाख रुपए तक में पर्चा बेचा गया था। असल में आरोपी परीक्षार्थी की ओरिजनल मार्कशीट जमा करा लेते थे। उसके बाद पर्चा देते थे।
गारंटी लेते थे कि जब पूरा पर्चा हूबहू आ जाए, तो पैसे देकर मार्कशीट ले जाना। पकड़े गए आरोपियों से 26 कैंडिडेट्स की मार्कशीट भी मिली हैं। बताया जा रहा है कि आरोपियों का भोपाल, इंदौर और जबलपुर में तगड़ा नेटवर्क है। वहां भी इनके रैकेट सक्रिय होने की पुष्टि हुई है।
ऐसे हुआ पूरे रैकेट का खुलासा
नर्सिंग परीक्षा के अभ्यर्थियों को ग्वालियर और इंदौर में अलग-अलग कोचिंग में तैयारी कराने वाले शिक्षक ने 15 लाख रुपए में पेपर आउट कराने की बात बीती सोमवार की रात किसी को बताई थी। यह सूचना पुलिस को मिली। इसके बाद क्राइम ब्रांच रैकेट के पीछे लगी। संदिग्धों की मोबाइल लोकेशन के आधार पर गिरफ्तारी की गई
भोपाल में सैम कॉलेज के बाहर प्रदर्शन
NHM एमपी की संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा का एक परीक्षा केंद्र भोपाल के सैम कॉलेज में बनाया गया था। यहां दोपहर की पारी में स्टूडेंट्स को एग्जाम हॉल में बिठा लिया गया। परीक्षा, जब तय समय पर शुरू नहीं हुई तो उम्मीदवारों ने एग्जाम हॉल में ड्यूटी कर रहे पर्यवेक्षकों से पूछताछ की।
उम्मीदवारों को पहले तो पर्यवेक्षकों ने एग्जाम सर्वर स्लो होने का हवाला दिया। करीब 10 मिनट बाद परीक्षा निरस्त होने की सूचना सभी उम्मीदवारों को दे दी। इससे नाराज परीक्षार्थियों ने भोपाल के रायसेन रोड स्थित सैम कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
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