बिहार लोक सेवा आयोग की CDPO- PT की परीक्षा 15 मई, रविवार को होनी है। आयोग की संयुक्त पीटी परीक्षा में पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द करने कर दी गई। अब आयोग ने सीख लेते हुए आगे की परीक्षा को लेकर कई सुरक्षात्मक कदम उठाए हैं। CDPO की परीक्षा से पहले 12 मई को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जिलों के डीएम और एसपी को जरूरी निर्देश दिए गए हैं। इस वीसी में राज्य के चीफ सेकेट्री और आयोग के चेयरमेन सहित कई पदाधिकारी शामिल रहे। वीडियो कांफ्रेंसिंग में इस पर फोकस रही कि किसी भी तरह की चूक CDPO- PT की परीक्षा में न हो। जिलों के डीएम से फीडबैक भी लिया गया।
15 मिनट पहले परीक्षा केन्द्र पर इंट्री
बिहार लोक सेवा आयोग ने तय किया है कि अब अभ्यर्थियों को पहले की तरह 12 बजे परीक्षा केन्द्र पर इंट्री नहीं दी जाएगी बल्कि उससे 15 मिनट पहले पौने 12 बजे ही इंट्री दी जाएगी। पौने 12 बजे के बाद अभ्यर्थियों को परीक्षा केन्द्र में इंट्री नहीं दी जाएगी। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह कि बीपीएससी संयुक्त परीक्षा पीटी में जिस तरह से कलाई घड़ी पहन कर जाने की छूट अभ्यर्थियों को थी, वह छूट CDPO की परीक्षा में नहीं मिलेगी।
निजी कॉलेजों में नहीं बनाए जाएंगे परीक्षा केन्द्र
परीक्षा केन्द्र पर दीवार घड़ी, सीसीटीवी कैमरा जरूर हो, निजी कॉलेजों में केन्द्र नहीं बनाया जाएगा आयोग की ओर से जिलों के डीएम को निर्देश दिया गया है कि सभी परीक्षा केन्द्र में दीवार घड़ी जरूर लगवाई जाए। इसी के साथ सभी सेंटर पर सीसीटीवी कैमरा लगाने का भी निर्देश दिया गया है। आयोग के परीक्षा नियंत्रक अमरेन्द्र कुमार ने भास्कर को बताया कि बीपीएससी की ओर से आयोजित होने वाली परीक्षाओं में भविष्य में निजी कॉलेजों को परीक्षा नहीं बनाने और स्वच्छ छवि वाले पदाधिकारियों को ही परीक्षा केन्द्र के लिए दंडाधिकारी प्रयुक्त करने का निर्देश सभी जिलों के डीएम को दिया गया है।
एक लाख 82 हजार आवेदन आए हैं
बीपीएससी की ओर से CDPO की परीक्षा 15 मई को ली जाएगी। परीक्षा नियंत्रक अमरेन्द्र कुमार ने बताया कि इसके लिए राज्य के 21 जिलों में 320 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए एक लाख 82 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। यह परीक्षा 55 सीटों के लिए ली जा रही है।
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