रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में लालू यादव और उनके परिवार पर CBI ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। लालू यादव के रिश्तेदारों समेत 16 ठिकानों पर CBI ने शुक्रवार की सुबह से देर शाम तक छापेमारी की। नौकरी पाने वालों से लेकर नौकरी देने वालों के घरों को खंगाला गया। 16 घंटे तक चले इस पड़ताल में CBI के हाथ कई अहम सुराग लगने का दावा किया जा रहा है ।
सूत्रों की मानें तो जांच के दौरान CBI ने राबड़ी आवास (10 सर्कुलर रोड) से हार्ड डिस्क और कई अहम कागजात अपने साथ ले गई है। हालांकि ये किस के कमरे से मिला है? इसमें क्या खास है? इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी CBI की तरफ से नहीं दी गई है। यहां फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी साथ तेजस्वी यादव भी रहते हैं।
तेजस्वी के कमरे की भी हुई पड़ताल
बिहार के नेता प्रतिपक्ष और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी छापे के दौरान पटना में नहीं थे। वे लंदन में थे। इसके बाद भी CBI की टीम ने उनके कमरे की तालाशी ली। बंद ताले की चाबी परिवार की तरफ से नहीं मुहैया कराने के बाद CBI की तरफ से ताला खुलवाने के लिए बाहर से कारीगर को भी बुलवाया गया।
जिन्हें नौकरी मिली उनके घर से भी हुई है तलाशी
CBI की ये छापेमारी केवल लालू प्रसाद यादव के ठिकानों पर ही नहीं हुई है। लालू प्रसाद के माध्यम से जमीन लेकर जिन्हें नौकरी दी गई है पुलिस ने ठिकानों को भी खंगाला है। उनके यहां से CBI की टीम नौकरी पाने की प्रक्रिया को समझने की कोशिश की गई है। CBI की ओर से दर्ज FIR में इन लोगों का नाम होने की भी बात सामने आ रही है।
समझिए, क्या है जमीन दो नौकरी लो मामला
आरोप के मुताबिक लालू प्रसाद वर्ष 2004-2009 तक रेल मंत्री रहते हुए बगैर किसी विज्ञापन के कई लोगों को रेलवे में चतुर्थ वर्गीय पद पर नौकरी दी। नौकरी देने के एवज में उनके या उनके परिवार के सदस्यों से जमीन लिखवाई गई। ये जमीन राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और दिल्ली की एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम पर 5 सेल डीड और 2 गिफ्ट डीड के जरिए हस्तांतरित की गई।
जमीन का कुल रकबा 1,05,292 वर्ग फुट है। वर्तमान में सर्किल रेट के हिसाब से इसकी कीमत 4 करोड़ 39 लाख 80 हजार 650 रुपये है। आरोप है कि जमीन के बदले रेलवे के अलग-अलग जोन में इनकी नियुक्ति की गई। अधिकतर जमीनों की खरीद भी कैश में दिखाई गई है।
रेलवे टेंडर घोटाले में भी अभियुक्त हैं लालू
चारा घोटाले से इतर रेलवे से जुड़ा है यह दूसरा मामला है जिसमें CBI ने लालू प्रसाद के खिलाफ FIR दर्ज किया है। इससे पहले IRCTC के रांची व पुरी स्थित होटलों को लीज पर देने में हुई अनियमितता को लेकर जुलाई 2017 में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। तब 7 जुलाई 2017 को राबड़ी देवी के इसी सरकारी आवास समेत अन्य ठिकानों पर छापे पड़े थे।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.