केंद्रीय मंत्री RCP (रामचंद्र प्रसाद) सिंह तीसरी बार राज्यसभा जाएंगे कि नहीं? इन दिनों बिहार के राजनीतिक गलियारों में यह सबसे ज्यादा पूछा जाने वाला सवाल है। तरह-तरह के कयासों के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और RCP मिले, लेकिन कहा जा रहा है दोनों एक-दूसरे से आंखें नहीं मिला सके। पूरे समारोह में दोनों करीब 20 मिनट रहे। सोफा पर एक साथ बैठे तो बीच में मंत्री अशोक चौधरी थे। हालांकि, नीतीश कुमार के पुत्र निशांत जरूर RCP के पास गए और बातचीत की। मौका था CM के करीबी हरेंद्र सिंह के बेटे के शादी समारोह का।
आरा से आई यह तस्वीर केंद्रीय मंत्री के भविष्य यानी राज्यसभा जाने पर संशय को बढ़ाने वाला है। बता दें, इससे पहले शुक्रवार देर शाम ही CM हाउस में JDU के सभी विधायकों और मंत्रियों की बैठक हुई। अध्यक्षता नीतीश कुमार ने की, इसमें यह तय हुआ कि मुख्यमंत्री जो फैसला लेंगे वो सबको मान्य होगा।
जब RCP को तय करना होता तो नाम की घोषणा हो जाती
वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय कहते हैं, 'JDU के इतिहास में पहली बार हुआ कि राज्यसभा सीट के लिए इस तरह से बैठक हुई हो। एक मात्र सीट के लिए ना तो ललन सिंह कुछ बोल रहे हैं और ना ही नीतीश कुमार। RCP इन दिनों पटना में कैंप कर रहे हैं और लगातार अपने और नीतीश कुमार के बीच की दूरी को पाटने की कोशिश कर रहे हैं। फिर भी वो इसमें कामयाब नहीं हो रहे हैं। सबको पता है कि वह केंद्र में मंत्री हैं और उनकी जगह पर यदि उनको भेजा जाता तो उनके नाम को फाइनल कर दिया जाता। इस देरी से साफ पता चलता है कि RCP के नाम पर JDU में एकमत नहीं है, ऐसे में JDU कोई और फैसला ले सकती है।'
पत्रकारों पर झल्लाए गए थे RCP
दो दिन पहले पटना में राज्यसभा में तीसरी बार भेजे जाने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। वह गोलमोल जवाब देते नजर आए। पत्रकारों पर झल्लाते हुए उन्होंने कहा, 'ये सब कहने की चीज होती है क्या, हमको क्या पता है कि हम जा रहे हैं या नहीं जा रहे हैं। आप (पत्रकार) बिहार से हैं, आपको ही भेजा जाएगा।'
वहीं, बुधवार को ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से जब पत्रकारों ने RCP के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा था, 'अभी तय नहीं हुआ है। कुछ नहीं जानते हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अधिकृत किया गया है।'
बता दें, सिंह पहली बार 2010 में राज्यसभा सांसद बने थे। फिर 2016 में JDU ने उन्हें दोबारा राज्यसभा भेजा। इस बार यदि वो राज्यसभा जाते हैं तो उनका ये तीसरा टर्म होगा।
किंग महेंद्र की जगह अनिल हेगड़े के नाम को किया फाइनल
पांच राज्यसभा की खाली हुई सीटों पर चुनाव की घोषणा के बाद बिहार में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। ऐसे में सभी दलों के भीतर उम्मीदवारों को लेकर खींचतान जारी है। JDU ने किंग महेन्द्र के निधन से खाली हुई सीट पर अनिल हेगड़े के नाम की घोषणा कर दी है, लेकिन RCP को पार्टी तीसरी बार राज्यसभा भेजेगी या नहीं इस पर फिलहाल संशय है
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.