गुजरात प्रश्नपत्र लीक मामले में गिरफ्तार नवादा के निशिकांत कुशवाहा और मुंगेर के सुमित सिंह राजपूत ने कई राज उगले हैं। निशिकांत स्वतंत्रता सेनानी का पोता है। वह 12वीं के बाद नीट यूजी की तैयारी करने लगा। सफलता नहीं मिली ताे इस गोरखधंधे में शामिल हो गया। सोशल मीडिया पर निशिकांत खुद को रिचमाइंड कंपनी का को-फाउंडर बताता है। यह गिरोह ऑनलाइन परीक्षा का ठेका लेता है।
इस गिरोह के शातिरों का देश के कई शहरों में ऑनलाइन परीक्षा केंद्र भी है। पुलिस को सूचना मिली है कि इस कंपनी को ही हाल में ओडिशा में होने वाली एक ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षा का ठेका मिला है। यह कंपनी महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात में पहले भी कई ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित करवा चुकी है। गुजरात एटीएस की टीम दाेनाें से पूछताछ कर रही है।
बिहार के 40 शातिरों का पता लगा रही एटीएस
सूत्रों की मानें तो निशिकांत और सुमित से गुजरात एटीएस के साथ-साथ अन्य एजेंसियां भी पूछताछ कर रही हैं। दोनों से उनके नेटवर्क की पूरी जानकारी ली जा रही है। दोनों ने बिहार के अपने 40 लोगों की जानकारी पुलिस को दी है। ये 40 गिरोह के सॉल्वर के साथ-साथ इनके एजेंट भी हैं।
बिहार के बड़े परीक्षा माफियाओं में अतुल वत्स, अभिषेक सिंह, उज्ज्वल कश्यप, अश्विनी सौरभ, विजेंद्र कुमार, रुपेश कुमार आदि के कनेक्शन को भी तलाशा जा रहा है। इन नामों का सत्यापन गुजरात पुलिस कर रही है। सूत्रों की मानें तो जल्द ही गुजरात पुलिस बिहार में भी छापेमारी करेगी।
नीट यूजी और पीजी में दाखिला के नाम भी ठगी
निशिकांत के गिरोह का एक शातिर परशुराम राय भी है। परशुराम राय भी पूर्व में निशिकांत के साथ गिरफ्तार हो चुका है। गुजरात प्रश्नपत्र लीक (जीपीएसएसबी) मामले में परशुराम का भी नाम सामने आ रहा है। परशुराम राय निशिकांत के नीट यूजी और पीजी का काम देखता है। यह गिरोह मैनेजमेंट कोटा से नीट यूजी और पीजी में एडमिशन दिला देने का भी झांसा देता है। 29 जनवरी को गुजरात एटीएस ने जीपीएसएसबी प्रश्नपत्र लीक मामले में 16 को गिरफ्तार किया था।
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