कोरोना के आंकड़े कम हैं, लेकिन खतरा टला नहीं है। देश में जिस तरह से नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामले आ रहे हैं, सरकार की तैयारी तेज हो रही है। बिहार में बीते 24 घंटे में एक भी नया मामला नहीं आया है, लेकिन 21 एक्टिव मामलों से कभी भी केस बढ़ सकता है। बाहर से आने वालों का सिलसिला जारी है, जिससे खतरे को लेकर दिन-प्रतिदिन अलर्ट जारी किया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में चल रही तैयारी से यह बात साफ है कि गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया तो आने वाला समय मुश्किलों भरा होगा।
पटना में कम नहीं खतरा
पटना में कोरोना का खतरा हमेशा अधिक रहा है। पहली और दूसरी लहर में सबसे अधिक संक्रमित पटना में पाए गए और मौत का आंकड़ा भी पटना में अधिक रहा है। मौजूदा समय में सबसे अधिक एक्टिव मामले पटना में ही हैं। पटना में बाहर से आने वालों की संख्या भी अधिक है, ऐसे में सुरक्षा को लेकर पटना में सावधानी बढ़ाई जा रही है।
बिहार में कोरोना की स्थिति
रिकवरी रेट भी स्थिर
कोरोना की रिकवरी रेट भी बिहार में स्थिर है। 99 प्रतिशत के पार पहुंच चुकी रिकवरी रेट अब 98.33 पहुंच गई है। 4 दिन पहले तक रिकवरी रेट 98 थी। कोरोना का नया मामला आने के कारण रिकवरी रेट में कमी नहीं हो रही है। डॉक्टरों का कहना है कि एक भी केस आ जाता है तो कम से कम 15 दिन तक मामला बढ़ जाता है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि केस को रोकना बड़ी बात है। सावधानी बरती जा रही है, जिससे कोरोना का संक्रमण तेजी से नहीं बढ़ पाए।
एक दिन में 1.83 लाख जांच
कोरोना के संक्रमण को लेकर जांच बढ़ा दी गई है। एक दिन में डेढ़ लाख से अधिक जांच हो रही है। बीते 24 घंटे में 1,83,103 लोगों की जांच की गई है। हालांकि, एक भी पॉजिटिव मामला नहीं आया है। पटना एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन के साथ अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जांच बढ़ा दी गई है। नए वैरिएंट को लेकर बड़ा खतरा है, क्योंकि बिहार के गया में आया एक विदेशी नागरिक पॉजिटिव पाया गया है। ऐसे में नए वायरस को लेकर जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजा गया है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.