BPSC पेपर लीक मामले में चल रही जांच के बीच छात्र नेता दिलीप कुमार को आर्थिक अपराध शाखा (EOU) की टीम ने पूछताछ के लिए कस्टडी में ले लिया है। हालांकि, खबर है कि रात 8 बजे पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया है।
दरअसल, रविवार से ही छात्र नेता दिलीप पटना में दावा कर रहे थे कि पेपर लीक मामले पर सबसे पहले उन्होंने आवाज उठाई। उनके मोबाइल पर लीक होने के बाद कहीं से BPSC का क्वेश्चन पेपर आया। उसके बाद उन्होंने एक ईमेल CMO को किया और इसकी जांच कराने की मांग की।
इंटरव्यू देने GV मॉल पहुंचे थे
सोमवार दोपहर बाद दिलीप इसी मामले को लेकर एक नेशनल टीवी न्यूज चैनल के GV मॉल स्थित ऑफिस में इंटरव्यू देने गए थे। मॉल से निकलते वक्त ही वहां पहुंची टीम ने उसे अपनी कस्टडी में ले लिया। अब आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारी छात्र नेता से यह पता लगाने में जुटे हैं कि उनके पास लीक हुआ क्वेश्चन पेपर कहां से आया था? इसके पीछे की असलियत क्या है? जांच टीम की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि केस में पड़ताल को लेकर छात्र नेता का सहयोग लिया जा रहा है।
कड़ी जोड़ने में लगी EOU
EOU की टीम पेपर लीक केस की कड़ी जोड़ने में जुटी है। अधिकारी भी मान रहे हैं कि इस केस में बहुत काम करना पड़ेगा। टीम बनते ही जांच का काम भी शुरू हो गया। मगर, इसके तह तक पहुंचना बहुत आसान नहीं है। इसके लिए अलग-अलग कई कड़ी है, जिसे जांच के दरम्यान जोड़ना होगा। तब जाकर असलियत का पता चलेगा। इसमें कितना वक्त लगेगा? यह कोई नहीं बता सकता है।
आरा के कुंवर सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल और वहां के सेंटर मजिस्ट्रेट से अभी भी पटना स्थित EOU के ऑफिस में पूछताछ चल रही है। जबकि, EOU की दूसरी टीम पटना से आरा के लिए निकली है। वहां पहुंच कर टीम सवालों का जवाब ढूंढेगी। पेपर लीक को लेकर सबूत इकट्ठा करेगी।
BPSC परीक्षा रद्द होने पर भड़के अभ्यर्थी: 17 घंटे की यात्रा की, यहां आए तो टूटे सपने; ये कैसा सुशासन?
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.