G20 शिखर सम्मेलन; PU होस्ट यूनिवर्सिटी चुना गया:PU का है गौरवशाली इतिहास, 75 यूनिवर्सिटी में नालंदा यूनिवर्सिटी भी शामिल

पटना9 दिन पहले

भारत इस बार G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। G20 के लिए भारत सरकार द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव को देखते हुए पूरे देश से 75 यूनिवर्सिटी को होस्ट यूनिवर्सिटी के रूप में चुना गया है। इसमें से एक पटना यूनिवर्सिटी भी है। पटना यूनिवर्सिटी को होस्ट यूनिवर्सिटी में से एक चुना गया है और आज यूनिवर्सिटी में इसे लेकर एक लेक्चर सीरीज का आयोजन किया गया। आज मुख्य अतिथि के रूप में G20 इंडिया के स्पेशल सेक्रेटरी मुक्तेश परदेशी मौजूद रहें।

पटना यूनिवर्सिटी का है अपना एक गौरवशाली इतिहास

मुक्तेश परदेशी पटना यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र भी रह चुके हैं। उन्होंने कहा, "1917 में जब पटना विश्वविद्यालय बना था उस वक्त पूरे देश में सिर्फ 6-7 विश्वविद्यालय ही थे और बहुत कम ही विश्वविद्यालय ऐसे हैं जिन्होंने अपना 100 साल पूरा कर लिया है। पटना विश्वविद्यालय के छात्र आज हर फील्ड में हैं और पूरे देश के साथ साथ विदेश में भी अपना नाम कमा रहे हैं। इसलिए अगर बिहार से कोई एक यूनिवर्सिटी को चुनना होता तो उसमें पटना यूनिवर्सिटी जरूर रहता है। पटना यूनिवर्सिटी की अपनी ही एक गौरवशाली इतिहास रही है और यह एक कारण भी इसे चुनने की एक खास वजह है।"

बिहार से नालंदा यूनिवर्सिटी को भी चुना गया होस्ट यूनिवर्सिटी

G20 के अंतर्गत हर प्रदेश में कुछ ना कुछ मीटिंग हो रही है। उसके तहत बिहार में भी एक मीटिंग होना तय है। यह मीटिंग जून में होना संभावित है। इसकी डेट जल्दी अनाउंस की जाएगी। G20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट इंगेजिंग यंग माइंड्स के अंतर्गत पटना यूनिवर्सिटी में कई सारे प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया जिसका पुरस्कार आज वितरण किया गया। बिहार से पटना यूनिवर्सिटी के अलावा नालंदा यूनिवर्सिटी को होस्ट यूनिवर्सिटी में से एक चुना गया है।

पटना इस कार्यक्रम के लिए अभी पूरी तरह नहीं तैयार मुकेश परदेसी ने कहा कि "कहीं भी अगर कोई मीटिंग कंडक्ट करना हो तो इंफ्रास्ट्रक्चर एक बहुत बड़ी बात होती है और बिहार का इन्फ्रास्ट्रक्चर अभी उतना डेवलप नहीं है। देश का इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडक्शन अगर देखा जाए तो कुछ प्रदेश पीछे हैं और कुछ प्रदेश आगे हैं, मगर उनमें से यह बात जगजाहिर है कि बिहार डेवलप इन्फ्रास्ट्रक्चर वाले रैंक में नहीं आता हैं। लेकिन बिहार सरकार की ओर से पूरा आश्वासन दिया गया है कि इस कार्यक्रम को अच्छा करने के लिए बिहार सरकार से जो भी सहयोग अपेक्षित होगा वह किया जाएगा।"

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