IPS अमित लोढ़ा को गिरफ्तार कराने की थी तैयारी:अभिषेक अग्रवाल के जरिए फरार IPS आदित्य कुमार ने DGP पर बनाया था दबाव

पटना7 महीने पहलेलेखक: अमित जायसवाल
  • कॉपी लिंक

गया के तत्कालीन IG और सीनियर IPS अधिकारी अमित लोढ़ा के खिलाफ फरार चल रहे IPS और गया के ही तत्कालीन SSP आदित्य कुमार ने बड़ी साजिश रची थी। उन्हें गिरफ्तार कराने की पूरी प्लानिंग रच डाली थी। इसके लिए आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की गिरफ्त में आया अभिषेक अग्रवाल उर्फ अभिषेक भोपालिका आदित्य कुमार का पूरा साथ दे रहा था।

जैसा-जैसा आदित्य कुमार उन्हें बताते गए उनका साथी अभिषेक वैसा-वैसा करता गया। शातिर अभिषेक ने इसके लिए DGP संजीव कुमार सिंघल के ऊपर कई बार दबाव बनाया। सूत्रों की माने तो उसने इसके लिए DGP को कॉल पर तो कहा ही था, इसके अलावा मोबाइल पर ऑनलाइन हुए चैट से भी इसकी पुष्टि हुई है।

सीधे पूछा कि अमित लोढ़ा को गिरफ्तार क्यों नहीं कर रहे हैं?
दरअसल, EOU की टीम ने अभिषेक अग्रवाल के मोबाइल को जब्त किया था। इसके बाद उसकी जांच की गई। सूत्रों की माने तो इसी क्रम में जांच एजेंसी के हाथ DGP के साथ किए गए चैट का हिस्सा लगा। अभिषेक उनसे पटना हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनकर ही चैट कर रहा था। उसने सीधे तौर पर DGP से पूछा कि आखिर अमित लोढ़ा को गिरफ्तार क्यों नहीं कर रहे हैं?

FIR से स्पष्ट कि आदित्य फंसाना चाहते थे
15 अक्टूबर को EOU ने पटना में IPS और गया के तत्कालीन SSP आदित्य कुमार और इनके साथी अभिषेक अग्रवाल सहित 5 नामजद के खिलाफ दर्ज की गई थी। इस FIR के पेज नंबर तीन पर स्पष्ट तौर पर लिखा है कि शराब मामले को लेकर गया में जो FIR आदित्य कुमार के खिलाफ दर्ज हुई थी, उसे खत्म कराने में अभिषेक अग्रवाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब आदित्य कुमार गया में SSP थे, उस दरम्यान उसी शराब मामले को लेकर अपने ही IG अमित लोढ़ा के साथ उनका विवाद चल रहा था। इसी वजह से आदित्य कुमार अपने से सीनियर IPS अमित लोढ़ा को फंसाना चाहते थे। इसी वजह से उन्होंने पूरी साजिश रची।

एक साथ तीन प्लानिंग पर काम कर रहे थे आदित्य-अभिषेक
सूत्रों के अनुसार आदित्य कुमार चार साल पुराने अपने दोस्त अभिषेक अग्रवाल के साथ मिलकर बेहद शातिराने तरीके से एक साथ तीन प्लानिंग पर काम कर रहे थे। जो बात EOU की जांच में भी सामने आने की बात कही जा रही है। इनकी पहली प्लानिंग गया में दर्ज शराब कांड के केस को सबसे पहले खत्म कराने की थी। दूसरी प्लानिंग IPS अमित लोढ़ा को किसी न किसी तरह से भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार करवा कर जेल भिजवाने की थी। जबकि, इनकी तीसरी प्लानिंग पूर्णिया SP के तौर पर मनचाही पोस्टिंग करवाने की थी।

इन तीनों ही प्लानिंग को पूरा करने के लिए पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल के नाम का इस्तेमाल कर DGP के उपर जबरदस्त तरीके से दबाव बनाया जा रहा था। मगर, इनका शातिराना दाव इनके ऊपर ही भारी पड़ गया। मनचाही पोस्टिंग के लालच में IPS आदित्य कुमार की रची साजिश का खुलासा हो गया। उनका भांडा फूट गया। जिसके बाद उनका साथी अभिषेक अपने मददगारों के साथ पकड़ा गया। पर IPS आदित्य कुमार कानूनी कार्रवाई के डर से फरार हो गए। अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है।