पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि मैट्रिक की पढ़ाई में अंग्रेजी की अनिवार्यता समाप्त हो। गरीबों के बच्चे बहुत मेहनत कर मैट्रिक तक पहुंच पाते हैं, लेकिन सभी विषयों में उनका अंक फर्स्ट डिवीजन होते हुए भी अंग्रेजी में उत्तीर्ण नहीं होने के कारण मैट्रिक की परीक्षा पास नहीं कर पाते। जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती समारोह में मांझी ने कहा कि कर्पूरी जी के अंग्रेजी के बिना पास करने के मॉडल को लागू किया जाना चाहिए।
गरीबों के घरों में बुलडोजर न चलाया जाए जब तक उनके पुनर्वास की व्यवस्था ना हो। गरीबों के पुनर्वास की व्यवस्था के बाद ही उनके घरों को हटाया जाए। तीसरा भाग यह है कि दलित गरीब वंचित परिवार को अस्त्र और शस्त्र का लाइसेंस उन्हें दी जाए जैसा कि उन्होंने अपने शासनकाल में किया था। एक सवाल पर मांझी ने कहा कि रामायण पर जो भी टिप्पणी दी गई है वह उचित नहीं है। रामायण एक महाकाव्य है और उसमें बहुत सारी बातें ऐसी हैं जिसे हम अपना कर अपने जीवन को बेहतर कर सकते हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.