जदयू विधायकों ने राज्यसभा उम्मीदवारी के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अधिकृत किया है। अबकी 6 साल के लिए होने वाले राज्यसभा चुनाव में जदयू को एक सीट मिलनी है। फिलहाल, यह सीट केंद्रीय मंत्री व जदयू के वरीय नेता आरसीपी सिंह के पास है। आरसीपी को फिर से राज्यसभा भेजा जाए या उनके बदले कोई और जाएं, इस पर सबकी राय जानने के लिए मुख्यमंत्री ने शुक्रवार की शाम बैठक बुलाई थी।
बैठक में सबकी राय जानी गई। अंतत: सबने इसके वास्ते मुख्यमंत्री को अधिकृत किया। बैठक के दौरान कई लोगों का कहना था कि जिस तरह राज्यसभा उपचुनाव के लिए अनिल हेगड़े को उम्मीदवार बनाकर पार्टी ने निहायत जमीनी, पुराने व समर्पित कार्यकर्ता को सम्मान देने का काम किया है, उसी स्वरूप में 6 साल के होने वाले चुनाव की भी उम्मीदवारी तय हो। जिस अंदाज में यह बैठक हुई, उससे कई निहितार्थ भी निकाले गए।
दरअसल, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के ठिकानों पर सीबीआई की छापामारी हो रही थी। जदयू विधायकों की इस फौरी बैठक को, इससे जोड़ने की कोशिश हुई। इसकी गुंजाइश राजद नेताओं के इस बयान से भी बनी कि ‘जदयू-राजद की बढ़ती नजदीकी से बौखलाई भाजपा ने सीबीआई का हथियार बनाकर छापामारी कराई है।’ फिर, इस लाइन पर तरह-तरह की चर्चा।
जदयू के वरीय नेता श्रवण कुमार ने ऐसी सभी बातों को खारिज किया। पूछने पर कहा-’बैठक का सिर्फ एक ही एजेंडा था-राज्यसभा की उम्मीदवारी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारे सर्वमान्य नेता हैं।’ इधर, भवन निर्माण मंत्री डॉ.अशोक चौधरी ने भी राजद नेताओं के राजद-जदयू की बढ़ती नजदीकियों वाले बयान को नकारा, खारिज किया।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.