किसी को आगे बढ़ाते हैं फिर भी वह भाग जाता है। तो कोई भागने की कोशिश करता है। इससे पार्टी में कोई फर्क नहीं पड़ता है। मुख्यमंत्री ने कुशवाहा द्वारा कही जा रही बातों के बारे में कहा-’न न, उनके किसी बात पर मत पूछिए। छोड़ दीजिए उनको। उनके जो भी मन में आता है, बोलते रहें। उन्हीं से पूछिए। हमारी पार्टी का कोई आदमी कुछ नहीं बोलेगा।’ जननायक कर्पूरी ठाकुर की 99 वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम नीतीश का यह बयान आरसीपी सिंह व उपेंद्र कुशवाहा पर माना जा रहा है।
नीतीश ने कहा कि किसी के आने-जाने से पार्टी में फर्क नहीं पड़ता। सब मिल कर पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं। मेरा कोई स्वार्थ नहीं है। मेरी एक ही इच्छा है कि बिहार आगे बढ़े। भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग हिन्दू और मुस्लिम के बीच झगड़ा कराना चाहते हैं। अतिपिछड़ा में हिन्दू भी हैं और मुस्लिम भी। समाज में कसी तरह का झंझट नहीं होना चाहिए। हाल में 28 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया गया है।
कर्पूरी ठाकुर जयंती : सीएम ने कहा-जननायक के काम को आगे बढ़ा रहे
सीएम ने कहा-जननायक कर्पूरी जी की इच्छा थी कि अतिपिछड़ा और कमजोर वर्ग के लोग आगे बढ़े। कहा-राज्य में 10 लाख जीविका समूह बनाने का लक्ष्य था, आज इससे अधिक हैं। जीविका समूह में 1.30 लाख जीविका दीदी हैं। ये अच्छा काम कर रही हैं।
उपेंद्र कुशवाहा बोले- मुझे किनारे कर नीतीश को कमजोर करने की साजिश हो रही, सरकार बनाने में राजद से हुई डील का खुलासा हो
उपेंद्र कुशवाहा ने फिर कहा कि मुझे दरकिनार कर मुख्यमंत्री को कमजोर करने की साजिश हो रही है। उन्होंने सीएम से आग्रह किया- साजिश को समझिए। जब जरूरत समझें, मुझे बुला लें। उपेंद्र, मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने कहा-राजद की तरफ से कहा जा रहा है कि महागठबंधन बनाने के लिए डील हुई। मैं जानना चाहता हूं कि क्या डील हुई है?’
जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा-’जिसको, मुझे जो बोलना है, बोले। लेकिन मैं जननायक कर्पूरी ठाकुर के अरमानों को पूरा करने वाली पार्टी जदयू को बर्बाद होते नहीं देख सकता। मैं इसी मकसद से जदयू में आया हूं। हूं। मगर मुझे, कोने में रखकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को और कमजोर करने की साजिश की जा रही है। अभी, मुझे पार्टी के 2 कार्यक्रमों में नहीं बुलाया गया। आखिर मेरी गलती क्या है?’
सीएम ने भी कहा कि विलय नहीं होगा। दरअसल, साजिशकर्ता चाहते हैं कि नीतीश पर प्रहार होता रहे, वे कमजोर होते जाएं। मैं, इस साजिश के कामयाब होने में चूंकि सबसे बड़ी बाधा हूं, सो मुझे किनारे किया गया है। मैं और नीतीश कुमार एक ही परिवार के सदस्य हैं। मैं उनका अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता। जब इसको लेकर मेरा दर्द छलकता है, तो कुछ लोग मुझ पर टिप्पणी करते हैं।’ उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा-’आप अकेले नहीं हैं। आपने लव-कुश की एकता से शुरुआत की। उनके अलावा अति पिछड़ा, दलित-महादलित समाज के लोगों में भी आपको लेकर बहुत दर्द है। आपको कमजोर किया जा रहा है।’
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