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पटना में प्रशासन की सख्ती के बाद भी लोगों की लापरवाही जारी है। इसका परिणाम है कि संक्रमण तेज रफ्तार में बढ़ रहा है। हर दिन रिकॉर्ड टूट रहा है। गुरुवार को प्रदेश में 1911 और पटना में 743 मामले आने के बाद अब प्रशासन की भी चिंता बढ़ गई है। मामलों के तेजी से बढ़ते ही अब पूरा जोर अब अस्पतालों और बेडों पर दिया जा रहा है। संक्रमण को लेकर प्रशासन की नींद उड़ी है लेकिन आम लोग आज भी न मास्क के नियम का पालन कर रहे हैं और ना ही सोशल डिस्टेंस के तहत भीड़-भाड़ वाली जगह पर दूरी बना रहे हैं। यह मनमानी बड़ा खतरा बना सकती है। कंटेनमेंट जोन की रफ्तार भी तेजी से बढ़ रही है। पटना में इसकी कुल संख्या 207 हो गई है।
हर दिन बढ़ाई जा रही जांच
पटना से लेकर सूबे के सभी जिलों में हर दिन जांच बढ़ाई जा रही है। गुरुवार काे पटना में 10758 लोगों की जांच कराई गई है। इसमें 4171 लोगों का RTPCR कराया गया है जबकि 6569 लोगों का एंटीजन टेस्ट कराया गया है। वहीं 18 लोगों की ट्रूनेट जांच भी की गई है। प्रशासन अधिक से अधिक लोगों की जांच कर संक्रमितों को डिटेक्ट करना चाहता है, जिससे संक्रमण का फैलाव रोका जा सके। लेकिन भीड़-भाड़ वाली जगह पर लोगों की मनमानी के कारण खतरा टलता नजर नहीं आ रहा है।
अस्पतालों में बेडों को लेकर तैयारी
DM डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कोरोना की बढ़ती रफ्तार को लेकर अस्पतालों में बेडों की संख्या बढ़ाने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। DM के आदेश पर उप विकास आयुक्त रिची पांडेय की अध्यक्षता में कोषांग के अधिकारियों की एक बैठक भी की गई है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कोरोना सेबिगड़ते हालात को देखते हुए इलाज की व्यवस्था पर जोर दिया जाए। उन्होंने संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी को आइसोलेशन सेंटर में बेड की संख्या बढ़ाने तथा कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया है।
यहां चल रही है बेड बढ़ाने की तैयारी
डायट सेंटर बाढ़, डायट सेंटर विक्रम, डायट सेंटर मसौढ़ी, अनुमंडलीय अस्पताल बाढ़, अनुमंडलीय अस्पताल दानापुर, अनुमंडलीय अस्पताल मसौढ़ी, अनुमंडलीय अस्पताल पालीगंज, गुरु गोविंद सिंह अस्पताल पटना सिटी, बामेती, ट्रेनिंग सेंटर खिरी मोड, राधा स्वामी सत्संग केंद्र, टूरिज्म फैसिलिटेशन सेंटर कंगन घाट में बेड की संख्या बढ़ाने के साथ अन्य आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। अधिकारियों को कहा गया है कि ऐसी तैयारी कर ली जाए ताकि आवश्यकतानुसार बेडों का उपयोग किया जा सके।इसके साथ ही आरटी पीसीआर टेस्टिंग बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया है। उप विकास आयुक्त ने कोषांग के अधिकारियों को अपने-अपने कोषांग के कार्यों की जवाबदेही को समय से पूरा करने को कहा है।
हर दिन बढ़ रही कंटेनमेंट जोन की संख्या
पटना में हर दिन कंटेनमेंट जोन की संख्या तेजी से बढ़ रही है। गुरुवार को यह संख्या बढ़कर 207 पहुंच गई। पटना सदर में कुल 118 कंटेनमेंट जोन हैं जबकि बाढ़ में 43 जगह पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। मसौढ़ी में 18, पालीगंज में 9, दानापुर में 11, पटना सिटी में 8 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं।
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