छात्रों से मोटी रकम लेकर बिहार बोर्ड ऑफ ओपन स्कूलिंग एंड एग्जामिनेशन (बीबोस) का सर्टिफिकेट और मार्क्सशीट बेचने वाले गैंग पर शनिवार को ईओयू ने शिकंजा कस दिया। इसे लेकर दैनिक भास्कर ने स्टिंग ऑपरेशन किया था। और ऑपरेशन के बाद अफसरों से इस बड़े खेल से जुड़ी जानकारी साझा की थी। ईओयू की टीम ने बोरिंग रोड में एडमिशन प्रोवाइडर नाम की एजेंसी के कार्यालय पर छापेमारी की। इस दौरान दर्जनों छात्रों के सर्टिफिकेट और मार्क्सशीट जब्त किए गए हैं।
ऑपरेशन के दौरान ऐसे कई मार्क्सशीट जब्त किए हैं जिसपर कितने अंक बढ़ाए जाने हैं, वह भी लिखा है। ऐसे मार्क्सशीट के होलोग्राम काट कर रखे गए थे जिन्हें बाद में बढ़े हुए अंक के साथ बनवाए गए मार्क्सशीट में जोड़ा जाता है। ईओयू ने एडमिशन प्रोवाइडर के संचालक फहीम अहमद को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ चल रही है। छापेमारी के दौरान 1 लैपटॉप, 6 मोबाइल फोन और 6 पेन ड्राइव भी जब्त किया है जिसकी जांच चल रही है। ईओयू की टीम इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है।
कार्रवाई-पुलिस की रेड में कई मार्क्सशीट बरामद
भास्कर की सूचना पर ईओयू ने एक टीम बनाई जो करियर काउंसिलिंग सेंटरों में अभ्यर्थी बनकर कई दिनों तक जांच करती रही। फिर एडमिशन प्रोवाइडर के कार्यालय पर छापेमारी की जिसमें दर्जनों मार्क्सशीट मिली। इनमें डॉक्टर के हस्ताक्षर और मुहर लगे ब्लैंक मेडिकल सर्टिफिकेट भी हैं। जिनमें एक पर पीएमसीएच के डिप्टी सुपरिटेंडेंट का मुहर लगा हुआ है।
इससे पहले ...अभ्यर्थी बन हमने मेडिकल में दाखिले की डील की
हमें सूचना मिली कि BBOSE से बिना परीक्षा भी दसवीं-बारहवीं की मार्क्सशीट मिल रही है। बोरिंग रोड और बाजार समिति के 50 से अधिक करियर काउंसिलिंग सेंटरों पर 40 से 60 हजार रुपए में दसवीं-बारहवीं के रिजल्ट बनाए जा रहे हैं। भास्कर की टीम ने 8 मेडिकल व इंजीनियरिंग के काउंसिलिंग सेंटरों का स्टिंग किया। हर जगह सर्टिफिकेट बनाने की इकलौती शर्त थी-मेडिकल, इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट कॉलेज में इनके माध्यम से एडमिशन लेना होगा।
पुराने का 60, इस बार 40 हजार रुपए लगेगा
रिपोर्टर: नमस्ते सर, मेरी बेटी का नीट में 350 नम्बर आया है। सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना है। कैसे होगा।
काउंसलर : नहीं होगा। किशनगंज, कटिहार के मेडिकल कॉलेज में करा देंगे। 90 लाख लगेंगे।
रिपोर्टर : बेटी का 12वीं के बॉयोलॉजी में क्रॉस लगा है?
काउंसलर : बीबोस से 12वीं का रिजल्ट बना देंगे। 45 हजार लगेंगे।
रिपोर्टर: असली होगा न?
काउंसलर : वेबसाइट पर चेक करके पैसा देना।
रिपोर्टर: सर कम नहीं होगा?
काउंसलर : इस सेशन का कम हो सकता है। पिछले के लिए अधिक लगेगा। वेबसाइट से सर्टिफिकेट के तक हर जगह बहुत पैसे लगते हैं।
रिपोर्टर: सर, गरीब का भला करिए।
काउंसलर: 40 हजार दे देना। अभी 60% लेंगे। बाकी रिजल्ट के बाद।
कर्मी ने वेबसाइट से प्रिंट दिया, कहा-रिजल्ट सही
BBOSE की एकेडमिक हेड बिल्किस जहां से हमने पूछा- आपके यहां से बिना परीक्षा दिए सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे हैं। इसपर उन्होंने कहा- यह नहीं हो सकता है। जरूर फर्जी सर्टिफिकेट होगा। हमने उन्हें बताया कि सर्टिफिकेट ओरिजनल है या नहीं, इसकी जांच कैसे हो सकती है? उन्होंने हमें कार्यालय पर आकर जांच कराने की बात कही। उनके कहे अनुसार हमारी टीम BBOSE के कार्यालय पहुंची। वहां मौजूद कर्मचारी को हमने अपना रोल नम्बर और परीक्षा केन्द्र कोड दिया। कर्मचारियों ने वेबसाइट पर उसकी जांच की और सर्टिफिकेट को सही बताया। वेबसाइट से उसका प्रिंट भी निकाल कर दिया।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.