भूमिहार समाज के छटकने को लेकर अब भाजपा में अकुलाहट शुरू हो गई है। अब भाजपा के नेता इसको लेकर अपनी सफाई दे रहे है। पिछले दिनों भूमिहार समाज के एक सम्मेलन में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को मुख्य अतिथि के तौर बुलाया गया था। इसके बाद भाजपा नेताओं में बैचैनी दिख रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने ट्वीट करके लिखा है कि ब्राह्मण-भूमिहार समाज को भाजपा ने हमेशा यथोचित सम्मान दिया है। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में भूमिहार समाज के 15 और ब्राह्मण समाज के 11( कुल 26) लोगों को पार्टी ने टिकट दिये, जबकि राजद ने इन दोनों जातियों का अपमान करते हुए केवल एक टिकट दिया था। भाजपा ने ही भूमिहार समाज को पहली बार केंद्रीय मंत्री का पद दिया। बिहार में भाजपा कोटे से आज दो कैबिनेट मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष इसी समुदाय से हैं।
राजद कभी भूमिहार-ब्राह्मण की हितैषी नही हो सकती- सुशील मोदी
सुशील मोदी ने लालू-राबड़ी राज में हुए नरसंहार और उत्पीडन लेकर भी आईना दिखाया है। सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि लालू-राबड़ी राज में भूमिहार-ब्राह्मण समाज का जितना अपमान-उत्पीड़न हुआ, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उस दौर में जाति पता कर इनका नरसंहार हुआ और इन्हें पलायन के लिए मजबूर किया गया था। ऊंची जातियों को 10 फीसद आरक्षण देने का विरोध करने वाली लालू प्रसाद की पार्टी आज किस मुहँ से भूमिहार-ब्राह्मण समाज की हितैषी बन रही है?
विधान परिषद का चुनाव किस आधार पर होता है सबको पता है-मोदी
वही, सुशील मोदी ने भाजपा के तरफ से भूमिहारों को दिए गए सम्मान को भी बताया। भाजपा के नेता लिखा है कि विधान परिषद का एक चुनाव या उपचुनाव किसी दल पर किसी समाज के भरोसे का एकमात्र पैमाना नहीं हो सकता। सबको पता है कि परिषद के चुनाव किस आधार पर होते हैं। हाल के चुनावों में यदि पार्टी से कोई गलती हुई, तो उसे सुधारा जाएगा और सम्मान देने में कोई कमी नहीं की जाएगी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.