फतुहा के वार्ड 1, 2, 3 और 4 को मुख्य शहर से जोड़ने वाला पुल 1894 में अंग्रेजों ने बनाया था। कभी एनएच 30 का हिस्सा रहा यह सरकारी फाइलों में भी जर्जर था। 20 मई 2021 को ट्रक के गुजरते समय यह पुल उसे लेकर गिर पड़ा। घटना बड़ी हो सकती थी, लेकिन किस्मत से पुल पर उस समय सामान्य के मुकाबले नहीं के बराबर गाड़ियां थीं। ट्रक को छोड़ कोई नहीं गिरा। तत्कालीन केंद्रीय मंत्री और पटना के सांसद रविशंकर प्रसाद ने पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन से इसे जल्द बनवाने का अनुरोध किया। नितिन नवीन ने भी पथ निर्माण से जुड़े अधिकारियों को तुरंत मरम्मत कराने के लिए कहा।
लेकिन, करीब 7 महीने बाद यह तस्वीर है। समसपुर के लोगों के लिए बाजार जाने का यही आसान रास्ता है, इसलिए टूटे हिस्से के नीचे सीमेंट के पत्थर हुए बोरों को भरा और ऊपर राबिश भर दिया। किनारे में बांस और शटरिंग प्लाई लगा दी, ताकि पुनपुन नदी में कोई गिर न पड़े। यह हालत उस पुल की है, जिसके निर्माण की फाइल 8 मई 2019 से चल रही है। तब 30 करोड़ की लागत से 7 मीटर चौड़ाई वाला 110 मीटर लंबा पुल बनना था। वित्तीय वर्ष 2020-21 और 2021-22 में इसे ‘अत्यंत जर्जर’ भी बताया गया था।
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