200 साल पुराने पटना कलेक्ट्रेट पर शनिवार काे बुलडोजर चल गया। हेरिटेज बिल्डिंग होने का दावा सुप्रीम कोर्ट से खारिज होने के बाद नए सिरे से निर्माण के लिए भवन को तोड़ने की शुरुआत हुई। लेकिन, शाम 6 बजे जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी स्तुति अचानक पहुंचीं और बुलडोजर चलाने से रोक दिया। वह बुलडोजर के आगे बैठ गईं। उन्होंने कहा-इस भवन में जिला परिषद का कार्यालय चल रहा है।
इसे शिफ्ट करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा नोटिस नहीं दिया गया। जगह उपलब्ध नहीं कराई गई। ऐसे में भवन को नहीं तोड़ने दूंगी। इस दौरान मौके पर मौजूद सदर एसडीओ नवीन कुमार से उनकी बहस होने लगी। एसडीओ ने कहा-आप सरकारी कार्य में बाधा डाल रही हैं।
आप पर प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है। लेकिन, जिला परिषद अध्यक्ष बुलडोजर के सामने खड़ी रहीं। कहा-जमीन जिला परिषद की है। परमिशन दिखा दीजिए। वापस चली जाऊंगी। यहां कार्यालय चल रहा है। इसे तोड़ा गया तो सरकारी फाइलें बर्बाद हो जाएंगी।
प्रमंडलीय आयुक्त और डीएम ने किया निरीक्षण
इससे पहले प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि और डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने पुराने कलेक्ट्रेट परिसर का निरीक्षण किया। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि नया समाहरणालय भवन आधुनिक और प्रगतिशील बिहार की छवि प्रस्तुत करेगा।
गंगा नदी के किनारे अवस्थित यह परिसर स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण होगा। उच्च तकनीकों पर आधारित, अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह भवन राज्य की राजधानी में एक महत्वपूर्ण केंद्र होगा। एक छत के नीचे जिला प्रशासन के सभी कार्यालय अवस्थित होंगे। इससे कार्य-संस्कृति और सुदृढ़ होगी। इसके साथ ही नागरिकों को अधिक सुगमता से सेवा प्रदान की जा सकेगी।
विकास भवन में शिफ्ट होगा जिला परिषद ऑफिस
पटना कलेक्ट्रेट स्थित विकास भवन में जिला परिषद का कार्यालय शिफ्ट होगा। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि पुराने कलेक्ट्रेट के सभी भवनों को तोड़कर हटाने के साथ निर्माण करने की कार्रवाई जारी रहेगी। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत निर्माण होने तक जिला परिषद का कार्यालय विकास भवन में चलेगा। इसके लिए जगह चिह्नित कर शिफ्ट कराने का निर्देश दिया गया है।
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