बिहार में मौसम ने अचानक करवट ली है। प्रदेश के कई जिलों में बादल गरजने, आकाशीय बिजली और ओला गिरने का पूर्वानुमान है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने आज बिहार के 26 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 12 जिलों में हल्की बारिश और आकाशीय बिजली को लेकर अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश में 50 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने के आसार हैं। मौसम विभाग ने इसको देखते हुए 20 मार्च तक के लिए अलर्ट जारी किया है।
मौसम में आए इस अचानक बदलाव से अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने बताया कि बांग्लादेश के पास साइक्लोन का क्षेत्र बना है, जिससे आसमान में बादल छाने के साथ साथ हल्की बारिश हो रही है। वहीं बीते 24 घंटे में सबसे गर्म शहर औरंगाबाद रहा, जहां अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आज पटना में भी बादल छाए रहने की संभावना जताई जा रही है। दोपहर 12 बजे के आसपास बादल छाए रहेंगे और शाम 5 बजे के बाद हल्की बारिश हो सकती है। पिछले 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस रहा और न्यूनतम तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
26 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी
बिहार के कुल 26 जिलों में आकाशीय बिजली और ओलावृष्टि को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसमें राजधानी पटना, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, सिवान, मधुबनी, दरभंगा, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, शेखपुरा, लखीसराय, नालंदा, नवादा, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, भोजपुर, रोहतास, बक्सर, कैमूर और गया शामिल हैं।
किसानों को बुआई और कटनी न करने सुझाव
मौसम विभाग के अनुसार अगले 3 दिनों तक तेज आंधी के साथ बारिश की संभावना है। वहीं, किसानों को फसलों को लेकर अलर्ट किया है। मौसम विभाग ने किसानों को सुझाव दिया है कि सरसों के कटनी और झराइ काम स्थगित रखे। साथ ही सब्जी, मूंग और उड़द का बुआई भी इस दौरान न करें। बारिश के बाद सब्जी की बुआई किसान कर सकते हैं। अच्छी बारिश की संभावना के बीच सिंचाई कार्य रोक देने का सुझाव दिया गया है।
ओला गिरने से फसलों का खासा नुकसान
बीते दिन बेतिया, मोतिहारी, शिवहर, सीतामढ़ी समेत कई जिलों में बारिश के साथ ओले गिरने से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली। शिवहर में तो कश्मीर जैसा नजारा देखने को मिला। यहां सड़क, घर, खेत सब जगह ओले की सफेद चादर देखने को मिली। इससे एक तरफ लोगों को गर्मी से निजात मिली है। वहीं फसलों को भारी नुकसान हुआ है। आम के पेड़ों से मंजरियां गिर चुकी हैं।
बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों की सैकड़ों एकड़ गेहूं और मक्के की फसल बर्बाद हो गई है। बदले मौसम से सबसे ज्यादा नुकसान मक्के और गेहूं की फसल को हुआ है। ओलावृष्टि से हजारों एकड़ मक्के, गेहूं ,पपीता और दलहन की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई।
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