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जिले में कोरोना संक्रमण के खिलाफ कोविड-19 टीकाकरण अभियान के पहले चरण में हेल्थकेयर वर्करों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसके लिए जिले में सरकारी व प्राईवेट अस्पतालों के 16 हजार कर्मियों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। इसमें डॉक्टर व आंगनबाड़ी सेविका भी शामिल हैं। लेकिन, अबतक जिले में 3500 स्वास्थ्य कर्मियों काे ही वैक्सीन दी गई है। जबकि राज्य स्वास्थ्य समिति ने निर्देश जारी किया है कि 10 फरवरी तक प्रथम चरण के पोर्टल पर अपलोड स्वास्थ्यकर्मियों के नाम के अनुसार वैक्सीन देने का काम पूरा कर लेना है। इस तरह अब 13 हजार से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन देने के लिए अब केवल 11 दिन बचा हुआ है। जबकि वैक्सीन देने का काम जिले में 20 केन्द्रों पर सप्ताह में दो दिन शनिवार व मंगलवार को ही हो रहा है। इस तरह 10 दिनों में लक्ष्य पूरा करना मुश्किल हो सकता है। हालांकि लक्ष्य पूरा करने के लिए वैक्सीन देने वाली टीम बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि 20 केन्द्रों पर टीकाकरण का कार्य चल रहा है। इन सभी केन्द्रों पर एक- एक टीम लगाई गई है।
एक टीम लगाएगी 100 टीके
प्रत्येक टीम को 100 लोगों का वैक्सीन देनी है। अगर किसी केन्द्र पर एक दिन में इससे भी ज्यादा कर्मी वैक्सीन लेने के लिए पहुंचते हैं तो वहां पर दूसरी टीम भी लगाई जाएगी। साथ ही सप्ताह में दो दिन के बदले इससे ज्यादा दिन भी वैक्सीन का कार्य करने की तैयारी की जाएगी। इसके लिए विचार विमर्श चल रहा है। साथ ही इस पर रविवार को निर्णय ले लिया जाएगा। इधर, सदर अस्पताल में ही वैक्सीन लेने वालों की रफ्तार कम है। यहां पर किसी भी दिन लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा रहा है। जबकि दरौंदा अस्पताल में सबसे ज्यादा वैक्सीन दी जा रही है। वहां का प्रतिशत सभी अस्पतालों से बेहतर है।
डाटाबेस तैयार करने का निर्देश
राज्य स्वास्थ्य राजस्वा समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने निर्देश दिया है कि वैक्सीन की के उपलब्धता के अनुसार राज्य के राजस्व कार्य से जुड़े सभी सरकारी (संविदा) सहित पदाधिकारियों एवं कर्मियों का कोविड-19 का टीकाकरण कराया जाना है। इसके लिए विभाग के राजस्व कार्य से संबंधित सभी स्तर के पदाधिकारियों में कर्मियों की सूची भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानक प्रारूप में तैयार कर जिला के सिविल सर्जन सदस्य सचिव जिला स्वास्थ समिति को कार्यालय द्वारा कोविन पोर्टल पर अपलोड किया जाए एवं कोविन पोर्टल पर पंजीकरण के आधार पर ही भारत सरकार द्वारा वैक्सीन की उपलब्धता के उपरांत टीकाकरण किया जाएगा।
ऐसी स्थिति में न लें टीका
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा यह आश्वस्त किया गया है कि कोविड टीकाकरण पूरी तरह सुरक्षित और असरदार है। टीके जल्द बनाए गए हैं, लेकिन पूरे नियमों का पालन किया गया ताकि यह सुरक्षित हो। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है जिन लोगों की दवा या किसी प्रकार के खाने की एलर्जी ऐलर्जी है,वह यह टीका न लगवाएं। गर्भवती, धात्री या ऐसी महिलायें जिन्हें जिन्हे गर्भवती होने की संभावना लग रही है उनको भी यह टीका नहीं लगवाना या चाहिए। यह टीका 18 वर्ष से कम के की उम्र के बच्चों के लिए भी नहीं है।
कोविड-19 वैक्सीन सभी के लिए सुरक्षित
सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने कहा कि कोविड टीका सभी प्रमाणित वैक्सीन पूरी प्रक्रिया के गुजरने का बाद ही स्वीकृत की गयी है और पूर्णतया सुरक्षित है। चरणवार तरीके से इसे सभी को उपलब्ध कराने की सरकार की योजना है । टीकाकरण के पश्चात लाभार्थी को किसी प्रकार की परेशानी के प्रबंधन के लिए सत्र स्थल पर एनाफलीसिस किट कीट एवं एईएफआई किट कीट की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है तथा इसके लिए संबंध में टीकाकर्मियों को आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया गया है।
एक की रिपोर्ट पॉजिटिव
जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मिलने का सिलसिला कम हो गया है। अब कम संख्या में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। शनिवार को जिले के विभिन्न अस्पतालों में रैपिड एंटीजन किट से 1290 लोगों की जांच कराई गई। इसमें सदर अस्पताल में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिला। सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने कहा कि सोशल डिस्टेंस का पालन जरूरी है।
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