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धान अधिप्राप्ति:1000 बोरा धान की ढुलाई में ट्रक का नाम ऑटो का नंबर व 2000 बोरे में वह भी नहीं

सीवान2 वर्ष पहले
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  • लोक शिकायत निवारण कार्यालय में शिकायत के बाद हुई सुनवाई में हुआ खुलासा

रघुनाथपुर प्रखंड के करसर पैक्स में किसानों से धान अधिप्राप्ति करने के बाद मिल तक धान पहुंचाने में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। इसका खुलासा जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय में जांच के दौरान हुआ। जिला सहकारिता पदाधिकारी से इस मामले में रिपोर्ट की मांग की है। जानकारी के मुताबिक पैक्स ने धान के बोरे की ढुलाई के दौरान चालान में ट्रक के नाम के आगे जो नंबर दिया है वह ऑटो का है। इसी नंबर की गाड़ी से एक हजार हजार बोरा धान की ढुलाई कोलुहा चावल मिल तक की गयी है।

धान से सीएमआर चावल बनाना है। इसी तरह दो हजार धान के बोराें को जिस ट्रक नंबर से ढुलाई दिखायी गयी है उस गाड़ी के बारे में कोई अता-पता नहीं है। जिस नंबर का उल्लेख चालान में किया गया है वह किसी भी वाहन के नंबर से रजिस्ट्रेशन नहीं है। इस मामले का खुलासा होने के बाद जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी विपिन कुमार राय ने जिला सहकारिता पदाधिकारी संतोष कुमार झा को पत्र लिखकर अनियमितता के संबंध में जानकारी दी है।

रघुनाथपुर के करसर पैक्स का मामला, सहकारिता पदाधिकारी ने मांगी रिपोर्ट

वर्ष 2021 में धान ढुलाई में पैक्स ने की गड़बड़ी
करसर पैक्स ने वर्ष 2021 में धान अधिप्राप्ति के बाद धान की ढुलाई में गड़बड़ी की है। जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने पत्र में कहा है कि 25 जनवरी को ट्रक संख्या बीआर 01 जीबी 9696 से 500 बोरा धान, इसी वाहन से 03 फरवरी को 500 बोरा धान, फिर इसी वाहन से 06 फरवरी को 500 बोरा धान और इसी वाहन से 09 फरवरी को 508 बोरा धान कुल 2000 से अधिक बोरे में धान कोल्हुआ चावल मिल को भेजने का आरटी चावल पैक्स अध्यक्ष रविरंजन सिंह के द्वारा निर्गत किया गया है। उन्होंने कहा है कि पूरे एक माह से अधिक इस वाहन से धान को राइस मिल को भेजने के लिए आरटी चालान निर्गत है।

आयुक्त के यहां चल रही मामले की सुनवाई
गड़बड़ी की जानकारी होने पर डीसीओ कार्यालय पीजीआरओ को जवाब भेजने में जुट गया है। बताते चलें कि धान अधिप्राप्ति में करसर और नहरन पैक्स में अनियमितता के मामले में सारण आयुक्त के यहां प्रथम अपील में सुनवाई चल रही है। इसी दौरान मामले की जांच में गड़बड़ी सामने आ गयी। इसके बाद से जिले के पैक्सों के अध्यक्ष व अन्य के बीच हड़कंप मच गया है। जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने डीसीओ को कहा है कि फर्जी ट्रक चालान के माध्यम से धान की ढुलाई कराना और बड़ी मात्रा में अग्रिम धान देना दोनों प्रथम दृष्टया सरकारी राशि का राइस मिल के मेल में गबन किया गया है। इस मामले में डीसीओ से रिपोर्ट की मांग की है ताकि जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में आयुक्त सारण के न्यायालय में पक्ष रखा जा सके।

अध्यक्ष बोल रहे कि किया जा रहा मानसिक उत्पीड़न
जब जांच में यह बात सामने आयी है कि इस नंबर का कोई वाहन ही नहीं तो करसर पैक्स के अध्यक्ष द्वारा मानसिक उत्पीड़न करने की बात कही जा रही है। अधिकारी ने बताया कि इसी प्रकार करसर पैक्स अध्यक्ष द्वारा ट्रक संख्या यूपी 52 एटी 2875 के द्वारा 13 जनवरी और 18 जनवरी को 500-500 कुल 1000 बोरा धान कोल्हुआ चावल मिल को भेजने की आरटी चालान निर्गत किया गया है। इसकी भी जांच की गयी तो यह नंबर ऑटो रिक्शा का निकला है। उन्होंने कहा है कि प्रथम दृष्टि धान अधिप्राप्ति में करसर पैक्स के अध्यक्ष के द्वारा अनियमितता करने और सरकारी राशि हड़पने का प्रयास किया गया है। इसको लेकर जांच चल रही है।

ट्रक चालान में लिपिकीय भूल के कारण गलत ट्रक का नंबर लिखा गया है। जानकारी होने पर विभाग को पत्र लिखा गया है ताकि सुधार किया जा सके। रिपोर्ट में जो आरोप लगाया जा रहा है वह गलत है।
रवि रंजन सिंह, पैक्स अध्यक्ष करसर रघुनाथपुर

करसर पैक्स के संबंध में रिपोर्ट जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय को भेजी जा रही है। जो आरोप लगाया गया है वह गलत है। चालान पर पैक्स द्वारा गलत नंबर लिखा गया है।
संतोष कुमार झा, जिला सहकारिता पदाधिकारी सीवान