पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
राज्य सरकार व केन्द्र सरकार किसानों की आमदनी दुगनी करने को प्रयासरत हैं। साथ ही सरकार द्वारा तरह तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। लेकिन बैंकों के मनमानी से किसानों को परेशानी है। लगभग नौ माह पूर्व सरकार के एक कार्यक्रम हर जरूरत मंद किसानों के आमदनी बढ़ाने के लिए केसीसी ऋण उपलब्ध कराने की योजना बैंकों के मनमानी से खटाई में पड़ गया है। दावथ प्रखंड क्षेत्र के किसान निर्मल कुमार, सुनील कुमार, दयानंद सिंह, निर्मला कुअंर सहित कई किसानों ने बताया कि करीब नौ माह पूर्व कृषि विभाग के माध्यम से हर जरूरत मंद किसानों को केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) बनाने के लिए लगभग सात सौ आवेदन लिए गए थे, जिन्हें क्षेत्रवार सभी बैंकों को भेज दिया गया था। लेकिन आजतक मात्र दो किसानों को ही केसीसी ऋण का लाभ मिल सका है, बाकी किसानों को अभी तक संबंधित बैंक द्वारा नृत्य नए फरमान व मनमानी की वजह से टरकाया जा रहा है। किसानों की मानें तो बैंक में जाने पर शाखा एनपीए होने, टारगेट पूरा होने, केसीसी लेने बाले किसानों के नाम पर जमीन होने सहित कई अन्य कमी बता बैरंग लौटा दिया जाता है।
लोन लेने वाले के पास पर्याप्त जमीन चाहिए : बैंकर
इंडियन ओवरसीज बैंक के शाखा प्रबंधक अभिमन्यु कुमार से पूछे जाने पर बताया कि जिनको केसीसी ऋण लेने वाले किसानों को उनके नाम से पर्याप्त जमीन होने चाहिए, जमीन के कागजात, एलपीसी, करेंट रसीद, पहचान पत्र, निवास, पैन कार्ड, पूर्व में कोई बैंक का बकाया नहीं होने के नो ड्यूज प्रमाणपत्र क्षेत्र के विभिन्न शाखाओं का चाहिए। तब केसीसी ऋण किया जाएगा। वहीं नगर पंचायत कोआथ में स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक संजीव कुमार सोनी ने बताया कि अभी शाखा एनपीए है इस कारण से केसीसी ऋण नहीं किया जा सकता है।
पॉजिटिव- आज आर्थिक योजनाओं को फलीभूत करने का उचित समय है। पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी क्षमता अनुसार काम करें। भूमि संबंधी खरीद-फरोख्त का काम संपन्न हो सकता है। विद्यार्थियों की करियर संबंधी किसी समस्...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.