पूर्णिया में दो माह की बच्ची को सड़क किनारे छोड़ा:मौके पर पहुंची चाइल्ड लाइन की टीम, दत्तक गृह में चल रहा है देखभाल

पूर्णिया6 महीने पहले
  • कॉपी लिंक
चाइल्ड लाइन की टीम दत्तक गृह में कर रही है देखभाल - Dainik Bhaskar
चाइल्ड लाइन की टीम दत्तक गृह में कर रही है देखभाल

पूर्णिया में एक बेरहम मां-बाप ने रिश्ते और ममता को तार-तार कर दिया है। महज 2 माह की बेटी को सडक किनारे छोड़कर भाग गए। घटना शनिवार की है। बताया जा रहा है कि दोपहर लाइन बाजार कप्तान पुल के पास एक नर्सिंग होम के सामने सडक किनारे एक बच्चे की रोने की आवाज लोगो को सुनाई दी। जब लोगो ने जाकर देखा तो देखकर सभी के होश ही उड़ गए।बच्ची को किसी ने कपडे में लपेट कर सडक किनारे छोड दिया था। बच्ची भूखे-प्यासे बिलख रही थी। वहीं आस-पास कुछ लोग बच्ची को गोद में उठाने की जगह वीडियो बना रहे थे। तभी हाउसिंग कालोनी के रहने वाले शशी कुमार रास्ते से गुजर रहे थे। उन्होने बच्ची को गोद में उठाकर पहले चुप कराया फिर ,चाइल्ड लाइन को फोन पर सूचना दी।

बच्ची को दत्तक गृह में सुरक्षित रखा गया है
बच्ची को दत्तक गृह में सुरक्षित रखा गया है

मानसिक रूप से बीमार है बच्ची की मां

सूचना मिलते ही चाइल्ड लाइन टीम पहुंचकर बच्चे को कार्यालय ले गई और जांच की तो पता चला कि वह बेटी है। बच्ची की काउंसलिंग करने के बाद उसे देर शाम को सुरक्षित दत्तक गृह भेज दिया गया। फिलहाल बच्ची को दत्तक गृह में सुरक्षित रखा गया है। वहीं लावारिस अवस्था में बच्ची मिलते ही अररिया जिले के सिमराहा के रहने वाले बहादुर यादव देर शाम को दत्तक गृह पहुंच गए और बेटी उनकी है कहकर दावा करने लगे। बहादुर ने बताया कि उनकी पत्नी स्नेहा देवी मानसिक रूप से बीमार है। इलाज कराने पूर्णिया लाये थे। तभी उस ने सडक किनारे बच्ची को छोड़कर चली गई।