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कार्रवाई:होपवेल समेत दो निजी हॉस्पिटल सील, बिना रजिस्ट्रेशन के अस्पताल में ढाई माह में दो मौत

पूर्णिया14 दिन पहले
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  • मेडिकल हब कहे जाने वाले लाइन बाजार में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़
  • अपंजीकृत डॉ. जदुनंदन न्यूरो-ऑर्थो ट्राॅमा हॉस्पिटल को किया गया सील

बिना रजिस्ट्रेशन संचालित किए जा रहे होपवेल अस्पताल में ढाई महीने में दो मौत मामले में मंगलवार को होपवेल समेत दो हॉस्पिटल को सील किया गया। होपवेल के साथ ही इसी बिल्डिंग में दूसरी मंजिल पर संचालित अपंजीकृत डा. जदुनंदन न्यूरो-ऑर्थो ट्राॅमा हॉस्पिटल भी सील हुआ है। बता दें कि ढाई महीने में दो मौत के बाद भी हॉस्पिटल पर कार्रवाई नहीं होने के मामले को दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से उठाया था। दिन के 11.30 बजे लाइन बाजार के पंचमुखी हनुमान मंदिर व रेणु उद्यान के बीच स्थित होपवेल मल्टीसिटी हॉस्पिटल के बाहर सदर अनुमंडल दंडाधिकारी जानकी कुमारी के साथ पूर्णिया मेडिकल कॉलेज के दो चिकित्सक डा.आरपी मंडल व डा.एम के झा ने अस्पताल के कागजातों की मांग की। पवेल मल्टीसिटी हॉस्पिटल के आईसीयू, ओटी, मैनेजर का रूम, स्टॉफ रूम, काउंटर आदि को सील किया गया। गौरतलब है कि होपेवेल में ढाई महीने में दो मरीज की मौत होने के बाद सिविल सर्जन डा. अभय प्रकाश चौधरी ने होपवेल हॉस्पिटल को सील करने के लिए सदर एसडीओ को पत्र लिखा था। इसके बाद यह कार्रवाई की गई। सदर दंडाधिकारी जानकी कुमारी ने बताया कि सदर एसडीओ पूर्णिया के द्वारा होपवेल हॉस्पिटल को सील करने के लिए मुझे मजिस्ट्रेट बनाकर भेजा गया है। होपवेल हॉस्पिटल बिना निबंधन के संचालित करने की लिखित सूचना पूर्णिया सिविल सर्जन के द्वारा दी गई थी। इसके बाद हॉस्पीटल को सील करने की कार्रवाई की गई है।

मकान मालिक के बेटे ने कहा-यह अपंजीकृत

जब होपवेल हॉस्पिटल के पहले मंजिल के सामानों की गिनती कर उसे सील किया जाने लगा तब हॉस्पिटल के दूसरे मंजिल पर स्थित डा.जदुनंदन न्यूरो-ऑर्थो ट्राॅमा हॉस्पिटल के कर्मी अधिकारियों से कहने लगे कि मुझे जाने का रास्ता दिया जाय। अधिकारियों ने राय बनाई कि इसकी जिम्मेवारी दूसरी मंजिल पर स्थित डा.जदुनंदन न्यूरो-ऑर्थो ट्राॅमा हॉस्पिटल के कर्मियों को दी जाए। लेकिन, जिम्मेवारी लेने के नाम पर कर्मी पीछे हटने लगे। इतने में मकान मालिक प्रदीप कुमार साह के बेटे स्वर्णदीप कुमार पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि दूसरी मंजिल पर स्थित हॉस्पिटल जो डा. विजय चौधरी के द्वारा संचालित हो रहा है, यह बिना रजिस्ट्रेशन के चलाया जा रहा है। हॉस्पिटल को बंद करने के लिए वे पूर्णिया के पूर्व सिविल सर्जन डा.एस के वर्मा को भी आवेदन दिए थे। इसके बाद कागजात नहीं देने पर इसे भी सील कर दिया गया।

हॉस्पिटल संचालकों को भेजेंगे नोटिस, जवाब नहीं देने पर होगी कार्रवाई

सिविल सर्जन डॉ.अभय प्रकाश चौधरी करीब एक घंटे तक खुद इसकी मॉनिटरिंग करते दिखे। हालांकि सील करने के दौरान वे मौके से अलग हटकर सारी प्रकिया पर नजर रखे हुए थे। सीएस डा.अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि बिना निबंधन के संचालित हो रहे नर्सिग होम होपवेल मल्टीसिटी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मरीज की मौत के बाद हंगामा व परिजनों की शिकायत पर जांच करवाई गई थी। जांच के दौरान यह हॉस्पिटल अनिबंधित पाया गया था। साथ ही उसी बिल्डिंग में ऊपर अनिबंधित यदुनन्दन न्यूरो-ऑर्थो ट्रामा हॉस्पिटल को भी सील किया गया। सील करने की प्रक्रिया के बाद उक्त हॉस्पिटल संचालको को नोटिस भेजकर कागजात की मांग की जाएगी। कागजात नहीं देने पर कार्रवाई की जाएगी।

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