बिहार शिक्षा परियोजना परिषद व क्वेस्ट अलायंस की ओर से मंगलवार को एक दिवसीय क्षमतावर्द्धन कार्यशाला का आयोजन स्टेशन रोड स्थित निजी होटल में किया गया। कार्यशाला की विधिवत शुरुआत करते हुए डीपीओ एसएसए मानवेंद्र राय ने शिक्षकों से बच्चों में विज्ञान, प्राद्योगिकी, इंजीनियरिंग व गणित के प्रति रुझान और वैज्ञानिक सोच विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि अब शिक्षकों को ओनरशिप लेनी होगी, हमें स्वयं आगे बढ़कर इसे करना होगा। तीन सालों में क्या काम हमारे विद्यालय में हुआ है और उसमें क्या बदलाव आया है, यह हमें देखना पड़ेगा।
बताया गया कि इसके लिए क्वेस्ट एलायंस की ओर से विद्यालयों को एडवांस किट, किताबें, अलमारी व स्पोर्ट्स किट दिया जा रहा है। वहीं कार्यशाला में डीपीओ माध्यमिक शिक्षा रोहित रौशन ने विद्यालयों में नवाचार क्षमतावर्धन करने पर जोर दिया ताकि बच्चों के लिए कर के सीख पाने में यादगार और मददगार साबित हो।
इस अवसर पर पूसा डाइट द्वारा दीक्षा पोर्टल पर माइक्रोलर्निंग एवं इंप्रूवमेंट प्रोग्राम के तहत ऑनलाइन शिक्षा के लिए कोर्स लंबाई, भार एवं धारिता की समझ कक्षा एक से पांच तक के शुभारंभ किया गया। मौके पर रंजय कुमार, अर्पणा कुमारी, मो. अशरफ, भरत पासवान, अनिल झा, अजय कुमार सिंह, समीर आनंद मिश्रा, मोनाजरुल इस्लाम, मनोज कुमार, प्रशांत कुमार, राजीव कुमार, विनोद कुमार, अनुराधा कुमारी, शीलू कुमारी, सरिता मिश्रा, ब्रजेश कुमार सहित कई एचएम मौजूद थे।
कार्यशाला में शिक्षकों ने साइंस किट का इस्तेमाल कर किया अभ्यास
क्षमतावर्द्धन कार्यशाला प्रतिभागी शिक्षकों व एचएम में 21वीं सदी के कौशल व मानसिकता संबंधित क्षमता संवर्धन के उद्देश्य से किया गया। जिसमें चयनित विद्यालयों के हजारों छात्र-छात्राओं को विज्ञान, प्राद्योगिकी, इंजीनियरिंग व गणित विषय में नई तकनीक के माध्यम से समस्या समाधान, क्रिटिकल थिंकिंग आदि कौशलों के विकास के लिए मानसिकता और क्षमता पर आधारित शिक्षण शास्त्रीय पद्धतियों पर शिक्षकों से साथ गहन मंथन, तार्किक बुद्धि व अभ्यास किए जाने पर बल दिया गया। शिक्षकों ने साइंस किट का इस्तेमाल कर समस्या-समाधान का अभ्यास किया।
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