अयोध्या से पधारीं साध्वी जया किशोरी ने कहा कि मनुष्य को सदैव सकारात्मक सोच के साथ कार्य करना चाहिए। दूसरों के दिल को कभी भी दुखाना नहीं चाहिए। वे प्रखंड क्षेत्र के अहिलवार पंचायत के बगराहा गांव स्थित रामजानकी ठाकुरबाड़ी परिसर में आयोजित नौ दिवसीय नवाह यज्ञ के पांचवे दिन शनिवार को प्रवचन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि धरती पर जब कभी भी पाप बढ़ा और धर्म घटा, तब-तब भगवान ने अवतार लिया और पापियों का संहार किया। भगवान कण-कण में बसे हैं। जब श्रद्धालु मन से पुकारते हैं, तब भगवान उनकी रक्षा के लिए किसी न किसी रूप में आ जाते हैं। भगवान का प्रतिदिन स्मरण करने एवं धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने से मनुष्य को शांति व सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। इसलिए लोगों को जीवन के अन्य कार्यों के साथ-साथ धार्मिक कार्यों में भी कुछ समय देना चाहिए। मनुष्य को अपने पाप का हिसाब चुकता करना पड़ता है। पाप व पुण्य के फल प्राप्त होता है।
मनुष्य को अच्छे कर्म करना चाहिए और फल की चिता नहीं करनी चाहिए | उन्होंने कहा कि मनुष्य को अच्छे कर्म करना चाहिए और फल की चिता नहीं करनी चाहिए। यदि मनुष्य अच्छा कर्म करता है, तो उसे फल भी अच्छा प्राप्त होता है। पूर्व जन्म में किए गए अच्छे कर्मों के आधार पर भी वर्तमान जन्म में अच्छा फल मिलता है। वहीं वर्तमान जन्म में किए गए कर्मों का फल भी अगले जन्म में मिलता है। इसलिए मनुष्य को सदैव दूसरों के हित के लिए कार्य करना चाहिए। इस संबंध में यज्ञ के आयोजनकर्ता सह ठाकुरबाड़ी के महंत श्री श्री 108 श्री इन्द्रनारायण दास ने बताया कि शनिवार को भीषण गर्मी रहते हुए भी यज्ञ में तकरीबन 8 से 10 हजार श्रद्धालु भाग लेकर मंडप का परिक्रमा कर देवी देवताओं की पूजा अर्चना किया।
उन्होंने बताया कि दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को विश्राम के लिए अलग से विश्राम गृह बनाया गया है। यहां शुद्ध भोजन, शीतल पेयजल, पंखे आदि की निःशुल्क व्यवस्था किया गया है। इसके अलावा श्रद्धालुओं को मनोरंजन के लिए मीना बाजार, टावर झूला, रासलीला आदि की यज्ञ स्थल समुचित व्यवस्था की गई है। मौके पर हीरालाल यादव, सोहन यादव, रामप्रकाश यादव, जिला पार्षद रणवीर राय,सिंटू कुमार, प्रभात कुमार,अमन कुमार,हरिहर यादव आदि उपस्थित थे।
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