बिहार में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने 1 जून से 30 सितंबर तक बालू के खनन पर रोक लगा दी है। इन चार महीने बालू का खनन नहीं होना है। चाहे वह कहीं का कोई भी बालू घाट हो। पर बालू तस्करों को हौसला इस कदर बढ़ा है कि वे अब भी खनन कर रहे हैं। मॉनसून आने के बाद नदियों के जल स्तर में वृद्धि के बावजूद नाव से बालू निकालने और बेचने का काम बदस्तूर जारी है। भोजपुर, कैमूर, सासाराम, हाजीपुर, नवादा, नालंदा, वैशाली, औरंगाबाद और सारण अब भी लाल बालू का खेल जारी है। भोजपुर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के सोन नदी के पूरब और पटना जिले के बीच ऐतिहासिक सुरौंधा टापू पर बालू का अवैध खनन जारी है। टापू पर मिट्टी और खेत को काटकर रोजाना 100 से ज्यादा बड़ी नावों से बालू की तस्करी हो रही है। अंचल कार्यालय के मुताबिक सुरौंधा टापू पर अब तक लगभग 900 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि से बालू की चोरी हो चुकी है। यहां से हर दिन 250 से ज्यादा नावों पर बालू की तस्करी कर सोन और गंगा नदी के रास्ते सारण, वैशाली व पटना जिलों में ले जाया जा रहा है। अवैध खनन का बड़ा क्षेत्र भोजपुर व पटना के बीच है। इसमें सफेदपोश, बालू माफिया, अपराधी, प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी, थानेदार, खनन विभाग, परिवहन विभाग, ट्रांसपोर्टर, पुलिसकर्मी, एंट्री-गिरोह से लेकर लाइनर का अंतरराज्यीय सिंडिकेट है। बड़े अफसरों पर कार्रवाई के बावजूद खनन रुका नहीं है।
आईएएस, आईपीएस तक पहुंची कार्रवाई की आंच, पर खनन जारी
1 नालंदा, कैमूर, वैशाली: नालंदा में 2021-22 में 701 वाहन जब्त हुए व 5.28 करोड़ जुर्माना हुआ। वहीं मई 2022 तक 109 वाहन जब्त व 93 लाख जुर्माना वसूली हुई। हैरानी की बात यह रही कि यहां अवैध बालू खनन में किसी पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई।कैमूर में 2021-22 में 32.24 करोड़ व 2022- 23 में 4.28 करोड़ राजस्व मिला। 938 वाहन जब्त हुए। 11.26 करोड़ जुर्माना हुआ। वैशाली में 2021-22 संचालित बालू घाटों की संख्या 7 रही। इस दौरान 643.69 लाख रुपए जुर्माना से आए। 234 वाहनों को पकड़ा गया।
2 औरंगाबाद, नवादा: औरंगाबाद में बारुण सबसे बड़ी मंडी है। जहां से करोड़ों का हर माह बालू की चोरी होती है। बालू तस्कर को लाभ पहुंचाने के मामले में औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर कुमार पोरिका, डीटीओ अनिल कुमार सिन्हा, जिला खनन पदाधिकारी, सदर एसडीपीओ, बारुण सीओ व बारुण व दाउदनगर थानेदार पर आर्थिक अपराध ईकाई ने कार्रवाई की थी। अब भी बालू का चोरी खुलेआम जारी है। नवादा में इस साल बालू का खनन नहीं हुआ है। पिछले वर्ष लगभग 36 करोड़ की आय हुई थी। इस साल 291 वाहनों को जब्त किया गया। 2 करोड़ 77 लाख रुपए जुर्माना से वसूल किए गए।
3 छपरा, सासाराम: सारण में पिछले बालू बंदी के दौरान छपरा में 120 करोड़ का बालू जब्त किए गए। 1397 ट्रकों को जब्त कर 40 करोड़ के जुर्माना वसूला गया। डोरीगंज के थानेदार समेत 6 पुलिस अफसर टर्मिनेट किए गए। थानेदार के घर छापेमारी में 2 करोड़ की संपत्ति जब्त हुई। इसके अलावे 2 दर्जन सिपाही,जमादार व पुलिस ऑफिसर पर निलंबन की कारवाई की जा चुकी है। रोहतास में दो सालों में 385 करोड़ राजस्व की प्राप्ति हुई। इन दो सालों में 30 बालू घाटों पर खनन किया गया। डेहरी एएसपी और एसडीएम, सात थानाध्यक्ष और छह सीओ पर विभागीय कार्रवाई हुई।
कार्रवाई के लिए धावा दल का गठन
^अवैध खनन पर कार्रवाई के लिए धावा दल का गठन किया गया है। जिसमें उनके अलावा एसडीओ, सीओ, डीटीवी और पर्यावरण विभाग के पदाधिकारी शामिल हैं। धावा दल बड़ी कार्रवाई करती है। इसके अलावा खनन विभाग किसी भी सूचना पर त्वरित कार्रवाई करती है।
शशि कुमार, एसडीएम सह प्रभारी खनन पदाधिकारी, नालंदा
नियमित जांच कर की जा रही कार्रवाई
^अवैध बालू लदे वाहनों की जांच के लिए विभाग की ओर से नियमित कार्रवाई करते हुए वाहनों को जब्त किया जा रहा है। बालू के अवैध खनन के विरुद्ध भी कार्रवाई की जा रही है।
कार्तिक कुमार, जिला खनन पदाधिकारी, कैमूर
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