सीवान के मैरवा शहर मुख्यालय में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार की देर संध्या अवैध रूप से चलाए जा रहे निजी अस्पतालों में औचक छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान इस दौरान कई अस्पताल के चिकित्सकों और अस्पताल कर्मी अपना अपना क्लीनिक छोड़कर मौके से भाग खड़े हुए। अचानक शहर में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा छापेमारी अभियान के बाद अवैध अस्पताल संचालकों में हड़कंप मच गया।
गौरतलब है कि मैरवा थाना क्षेत्र के श्रीनगर मेन रोड स्थित एक निजी अस्पताल में नशबंदी के दौरान एक महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम उस अस्पताल में पहुंचकर छापेमारी किया। लेकिन सूचना पाकर डॉक्टर समेत अस्पताल कर्मी अपना-अपना अस्पताल छोड़ फरार हो गये। इधर टीम की जांच में तीन सर्जरी वाली महिला मरीज मिली। जिसके बाद टीम ने तीनों मरीजों को मैरवा रेफरल अस्पताल में शिफ्ट करवाया।
टीम में डीएमओ डॉ.एम.आर रंजन,नोडल जांच पदाधिकारी,थाना प्रभारी संजीव कुमार के अलावा कई अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान डीएमओ डॉ. एम.आर रंजन ने अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर, डॉक्टर कक्ष,वार्ड को सील कर दिया। उसके बाद टीम ने नगर के प्राण गढ़ी मुहल्ले में स्थित डॉ. सुनीता मिश्रा के अस्पताल में छापेमारी किया। इस दौरान टीम द्वारा अस्पताल का रजिस्ट्रेशन, डॉक्टर की डिग्री समेत अन्य कागजात की मांग की गयी है।जिसमे टीम को कुछ कागजात मिली है। बाकी अन्य कागजातों की जांच चल रही है।
शुक्रवार को नसबंदी के ऑपरेशन के दौरान महिला की हुई थी मौत
गौरतलब है कि मैरवा थाना क्षेत्र के गुठनी मोड़ स्थित एक क्लीनिक में शुक्रवार को नसबंदी के दौरान एक महिला मरीज की मौत हो गई थी। महिला पूर्वी चंपारण के हरसिद्धि थाना क्षेत्र के भदा गांव निवासी अर्जुन साह की पत्नी रीता देवी थी। इसके बाद आक्रोशित स्वजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा था।
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