सुपौल जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट स्थित सभागार भवन में बुधवार को समारोह आयोजित कर विभिन्न योजनाओं के लाभुकों के बीच अनुदान चेक एवं विभिन्न पदों के लिए नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया। इस अवसर पर सांसद दिलेश्वर कामैत, एमएलसी डॉ अजय कुमार सिंह, पिपरा विधायक रामविलास कामत, जिला पदाधिकारी कौशल कुमार, एडीएम विधु भूषण चौधरी सहित अन्य पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
सांसद दिलेश्वर कामैत, एमएलएसी डॉ अजय कुमार सिंह, विधायक राम विलास कामत, डीएम कौशल कुमार ने जिले के 99 आपदा पीड़ितों को कुल तीन करोड़ चौरासी लाख सरसठ हजार सात सौ रूपये मात्र का अनुग्रह अनुदान राशि की डमी चेक का वितरण किया। जिसमें 96 मृतक के आश्रितों को 04 लाख की दर से तीन करोड 84 लाख रुपए का चेक प्रदान किया गया। जबकि 02 घायल को 4300 की दर से 8600 रुपए का चेक दिया गया। जबकि 01 घायल 59100 रुपए का चेक प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में विभिन्न पदों पर कुल 28 नियुक्ति पत्र बांटे गए। जिसमें दत्तक संस्थान से संबंधित 11, आईसीडीएस से संबंधित 11, स्थापना से संबंधित 01 एवं पंचायती राज विभाग से संबंधित 05 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। इन सबके अलावा सड़क दुर्घटना में मृत्योपरान्त परिवहन विभाग द्वारा दिया जाने वाला 12 डमी चेक दिया जाना था। जिसमें मृतक के 08 आश्रितों को मौके पर ही चेक प्रदान किया गया। जिसके तहत प्रति लाभार्थी 5लाख रूपए की दर से कुल 60.00 लाख रुपए का चेक वितरित किया गया। जबकि 04 के आश्रित समारोह में अनुपस्थित रहने के कारण चेक नही ले सकें।
अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के 02 लाभार्थी एवं मुख्यमंत्री निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना के 04 लाभार्थी से संबंधित कुल 08 लाख रुपए का 06 डमी चेक वितरित किया गया। इसमें अन्तरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजनान्तर्गत प्रति लाभार्थी 01 लाख की दर से लाभ दिया गया। जबकि निःशक्तजन विवाह योजनान्तर्गत 02 जोड़ी में दोनों निःशक्त एवं 02 जोड़ी में एक-एक निःशक्त थे। दोनो जोड़ी निःशक्त होने पर 02 लाख एवं दो जोड़ी में एक निःशक्त होने पर 01 लाख की दर से लाभ दिया गया।
वहीं आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका मृत्योपरान्त अनुग्रह अनुदान से संबंधित चार लाख की दर से कुल राशि 12 लाख रुपए का तीन चेक लाभुकाें को प्रदान किया गया। इसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर में सभी जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री दिव्यांग सशक्तिकरण योजनान्तर्गत ट्राईसाइकिल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस योजना के तहत कुल 33 लाभुक को बैट्रिक संचालित ट्राईसाइकिल वितरण् किया गया। वहीं सांसद दिलेश्वर कामैत ने कहा कि इस समारोह के आयोजन का मुख्य उद्देश्य लाभुकों को योजनाओं का सीधे लाभ देना है। ताकि कोई बिचौलिया के फेर में ना पड़े।
जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने कहा कि विभिन्न प्राकृतिक अापदों के मृतक के आश्रितों को लाभ दिया गया है। बिहार सरकार का संकल्प है कि प्राकृतिक अापदाओं के मृतक के आश्रितों को चार लाख रुपए का लाभ दिया जएगा। इसके तहत 96 लाभुक को अनुदान दिया गया है। साथ ही विशेष दत्तक संंस्थान में स्वीकृत 11 मानवबलों को नियुक्ति पत्र दिया गया है। आईसीडीएस के तहत 11 एलएस को नियुक्ति पत्र दिया गया है। पंचायतीराज विभाग के खाली 05 जेई के पद के लिए चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया गया है। इसके साथ ही एससी-एसटी अत्याचार अधिनियम के तहत जो हत्या होती है तो मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी देने का प्रावधान है। इसके तहत एक व्यक्ति को स्थापना में नौकरी का नियुक्ति पत्र दिया गया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री अंतर जातीय विवाह योजना एवं मुख्यमंत्री नि:शक्त जन विवाह योजनान्तर्गत 06 लाभुकों को लाभ दिया गया। आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका की कार्य के दौरान मृत्यु होने पर अनुदान देने का प्रावधान है। ऐसे तीन मृतकों के आश्रितों को 04 लाख रुपए का अनुदान दिया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजनान्तर्गत बैट्री चालित रिक्शा देने का प्रावधान है। जिसका कीमत 01 लाख 42 हजार रुपए है।
कहा कि वित्तीय वर्ष के तहत 209 को लाभ देने का लक्ष्य है। जिसके लिए सभी 209 काे चिन्हित कर लिया गया है। इसमें 36 बैट्री रिक्शा उपलब्ध हो गया था तो 36 लाभुकों को आज बैट्री रिक्शा देकर रवाना किया गया है। बैट्री रिक्शा पाकर दिव्यांगजन काफी खुश हैं। लाभार्थी एवं बिहार सरकार के बीच केवल एक कड़ी है, जो जिला प्रशासन है। लोगों से अपील है कि योजनाओं का लाभ लेने के लिए बिचौलियों के चक्कर में ना पड़े।
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